नाम एवं पता | श्री दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र, अष्टापद बद्रीनाथ (बांगड़ धर्मशाला के पीछे), ग्राम बद्रीनाथ, जिला चमोली (उत्तराखंड) 246422 |
टेलीफोन | 01381222334, 0958479614 Email: mahaveertrust@rediffmail.com Website : www.asthapadtirth.org, www.adinathnirvan.org |
क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ | आवास : कमरे (अटैच बाथरूम) – 15, कमरे (बिना बाथरूम ) – x हाल- 2 (यात्री क्षमता – 75), गेस्ट हाऊस 1 यात्री ठहराने की कुल क्षमता 200
भोजनशाला : है, अनुरोध पर सशुल्क, विद्यालय : नहीं, औषधालय : नहीं, पुस्तकालय : नहीं |
आवागमन के साधन | रेल्वे स्टेशन : हरिद्वार 320 कि.मी.
बस स्टेण्ड पहुँचने का सरलतम मार्ग : बद्रीनाथ धाम हरिद्वार, श्रीनगर एवं जोशी मठ से पहाड़ी मार्ग |
निकटतम प्रमुख नगर | हरिद्वार लगभग 320 कि.मी. |
प्रबन्ध व्यवस्था | संस्था : श्री आदिनाथ आध्यात्मिक अहिंसा फाउन्डेशन, इन्दौर
अध्यक्ष : श्री प्रदीपकुमारसिंह कासलीवाल (09893030218) मंत्री : श्री ललितकुमार बड़जात्या (09425960104) प्रबन्धक : श्री जिनेन्द्र कुमार जैन (कचरू भाई) (07599173864) |
क्षेत्र का महत्व | क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 01
क्षेत्र पर पहाड़ : क्षेत्र पहाड़ पर ही है। वाहन / बसें जाती है। ऐतिहासिकता : यह भगवान ऋषभदेव की साधना स्थली है। उन्होंने कैलाश पर्वत पर योग निरोध किया तथा कैलाश मार्ग से मोक्ष गमन किया था। प्राप्त प्रमाणों के आधार पर बद्रीनाथ में स्थापित भगवान ऋषभदेव के चरण अत्यन्त प्राचीन हैं, भारतीय सीमा का अंतिम गाँव ‘माना’ यहाँ से 3 कि.मी. पर है । कैलाश पर्वत इससे आगे है। निर्वाणभूमि के प्रतीक स्वरूप इस तीर्थ पर चरण चिन्ह की स्थापना की गई है। विशेष : मन्दिर एवं धर्मशाला अक्षय तृतीया से शरद पूर्णिमा तक खुली रहती है। शेष अवधि में हिमपात के कारण क्षेत्र का मार्ग एवं मन्दिर बन्द रहता है। क्षेत्र पर सर्वसुविधा युक्त अतिथिगृह बनाया गया है। |
समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र | फूलों की घाटी, केदारनाथ, आईस रोप वे, जोशी मठ (ओली), गंगोत्री, यमुनोत्री, हरिद्वार, ऋषिकेश, मसूरी, नैनीताल, जीन कार्बो पार्क व अन्य वैष्णव तीर्थ 63, एम. जी. रोड, इन्दौर, फोन : 0731-2527483 |