नाम एवं पता | श्री दिगम्बर जैन त्रिलोकतीर्थ धाम, अतिशय क्षेत्र, बड़ागाँव ग्राम बड़ागाँव, त. खेकड़ा, जिला बागपत (उ.प्र.) – 250101 |
टेलीफोन | 09012213920, 09837264400, Email: syadwad1@gmail.com |
क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ | आवास : कमरे (ए.सी. / सुपर डिलक्स) -29, कमरे (डिलक्स) – 94 कमरे (साधारण) -96 यात्री ठहरने की कुल क्षमता 600 हॉल-1
भोजनशाला : है, अनुरोध पर सशुल्क, विद्यालय : है, औषधालय : है, पुस्तकालय : है |
आवागमन के साधन | रेल्वे स्टेशन : खेकड़ा 6 कि.मी., रेल द्वारा दिल्ली से शामली-सहारनपुर रूट
बस स्टेण्ड पहुँचने का सरलतम मार्ग : पर खेकड़ा पहुँचे। स्टेशन पर मंदिरजी की बस सुविधा बस स्टेण्ड खेकड़ा 7 कि.मी. (बस द्वारा दिल्ली से बागपत-सहारनपुर रूट पर खेकड़ा तक पहुँचे। वहाँ से टैम्पो-रिक्शा द्वारा बड़ागाँव |
निकटतम प्रमुख नगर | दिल्ली – 35 कि.मी. |
प्रबन्ध व्यवस्था | संस्था : श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन स्याद्वाद ट्रस्ट बड़ागाँव (बागपत) उ.प्र.
अध्यक्ष : श्री श्री गजराज जैन गंगवाल, दिल्ली (09810900009) मंत्री : श्री महेन्द्रकुमार जैन, दिल्ली (09810001005) प्रबन्धक : श्री त्रिलोकचंद जैन, बड़ागाँव (09012213920) |
क्षेत्र का महत्व | क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 06
क्षेत्र पर पहाड़ : x ऐतिहासिकता : त्रिलोकतीर्थ विश्व धरा पर जैन धर्म की ऐसी कृति है, जहाँ पर तीनों लोकों के साथ-साथ जैन धर्म के सभी तीर्थों के दर्शन एक साथ एक छत के नीचे करने का सौभाग्य प्राप्त होता है। 16 मंजिल का विश्व में यह पहली तरह का महामन्दिर है। जिसके उपरी भाग पर अष्टधातु की पद्मासन आदिनाथ भगवान की प्रतिमा विराजमान है। इसके साथ त्रिलोकतीर्थ में 3740 मूर्तियाँ विराजमान हैं। इसी प्रांगण में एक इंग्लिश मीडियम स्कूल, औषधालय भोजनशाला, पुस्तकालय, गऊशाला एवं वृद्धा आश्रम भी है। अतः त्रिलोकतीर्थ धर्म, शिक्षा, स्वास्थ्य, जीव दया एवं मानव जाति के कल्याण के लिए एक संगम है। |
समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र | त्रिलोकतीर्थ विश्व धरा पर जैन धर्म की ऐसी कृति |