नाम एवं पता | भगवान पुष्पदन्तनाथ जन्मभूमि, काकन्दी, पो. – काकन्दी, जिला – देवरिया (उत्तरप्रदेश) पिन – 274501 |
टेलीफोन | 094510 97770, 05566-282055, 099562 602181 |
क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ | आवास : कमरे (अटैच बाथरूम ) – 12, कमरे (बिना बाथरूम) – x हाल 01, गेस्ट हाऊस 01 यात्री ठहराने की कुल क्षमता – 200.
भोजनशाला : है, विद्यालय : नहीं, औषधालय : नहीं, पुस्तकालय : नहीं |
आवागमन के साधन | रेल्वे स्टेशन : देवरिया- 17 कि.मी., गोरखपुर – 70 कि.मी.
बस स्टेण्ड पहुँचने का सरलतम मार्ग : देवरिया से खुखुन्दू चौराहा 17 कि.मी. देवरिया से बस या टेक्सी द्वारा (सलेमपुर रोड़ पर ) 2 कि.मी. खुखुन्दु चौराहे से ( रिक्शा उपलब्ध) |
निकटतम प्रमुख नगर | देवरिया से वाहन उपलब्ध |
प्रबन्ध व्यवस्था | संस्था : भगवान पुष्पदन्तनाथ जन्मभूमि काकन्दी, दि. जैन तीर्थ क्षेत्र कमेटी
अध्यक्ष : स्वस्तिश्री पीठाधीश रवीन्द्रकीर्ति स्वामीजी मंत्री : श्री पुष्कर जैन, गोरखपुर ( 09415854018) प्रबन्धक : श्री अनिलकुमार जैन (09956260218) |
क्षेत्र का महत्व | क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 01+ कीर्ति स्तंभ + प्राचीन छोटा मंदिर
क्षेत्र पर पहाड़ : टीला है भगवान पुष्पदन्तनाथ की चरण- पादुका है एवं ऊपर छतरी बनी है। ऐतिहासिकता : परम पूज्य, गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी की पावन प्रेरणा से नवमें तीर्थंकर भगवान पुष्पदंतनाथजी की 94 फुट ऊँची पद्मासन प्रतिमा विराजमान की गई है साथ ही सम्पूर्ण तीर्थ का विकास कर भव्य मन्दिर का निर्माण किया गया है। यह पुष्पदन्तनाथ भगवान का गर्भ, जन्म कल्याणक क्षेत्र है। यह स्थान मुनि अभयघोष की निर्वाण स्थली भी है। भगवान की जन्म जयंती अश्विन शुक्ला एकम् को प्रतिवर्ष मनाते हैं। एक विशाल मंदिर दर्शनीय है। विशेष जानकारी : अब तक की खुदाई में यहाँ अनेक जैन मूर्तियाँ, यक्ष मूर्ति, चैत्य वृक्ष, स्तूप अंश आदि प्राप्त हुए हैं। |
समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र | कहाऊँ- 17 कि.मी., यहाँ 1700 वर्ष प्राचीन मानस्तम्भ है, अयोध्या- 200 कि.मी. वाराणसी – 200 कि.मी., भगवान बुद्ध की निर्वाण स्थली कुशीनगर – 50 कि.मी |