नाम एवं पता | श्री भगवान ऋषभदेव ज्ञानस्थली तीर्थ, प्रयाग 56 / 62, चाहचन्द, जीरो रोड़, इलाहाबाद (उ.प्र.) पिन – 211003 |
टेलीफोन | 0532-2400263, 098386 05850 |
क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ | आवास : कमरे (अटैच बाथरूम) – 20, कमरे (बिना बाथरूम ) – 26, हाल- 3 (यात्री क्षमता – 300 ), गेस्ट हाऊस – x यात्री ठहराने की कुल क्षमता – 500.
भोजनशाला : है, अनुरोध पर सशुल्क, विद्यालय : है, औषधालय : है, पुस्तकालय : है |
आवागमन के साधन | रेल्वे स्टेशन : इलाहाबाद जंक्शन 3 कि.मी.
बस स्टेण्ड पहुँचने का सरलतम मार्ग : इलाहाबाद जीरोरोड़ – 500 मीटर की दूरी पर दिल्ली, हावड़ा, मुम्बई, चेन्नई से सीधी रेल सेवा उपलब्ध है। |
निकटतम प्रमुख नगर | इलाहाबाद |
प्रबन्ध व्यवस्था | संस्था : श्री दि. जैन पंचायती सभा, प्रयाग इलाहाबाद
अध्यक्ष : श्री पन्नालाल जैन (09236011514 मंत्री : श्री अनूपचन्द जैन ( 0532-2423839, 094501 15615) प्रबन्धक : श्री राजेश जैन ( 094152-47576) |
क्षेत्र का महत्व | क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 04
क्षेत्र पर पहाड़ : नहीं ऐतिहासिकता : श्री पंचायती बड़े मंदिर जी में एवं छोटे मंदिर जी में अंग्रेजों के शासन काल में किले के अन्दर स्थित अक्षयवट के पास से प्राप्त लगभग 30 प्राचीन जिन प्रतिमाऐं मध्य कालीन नोंवी दशमी शताब्दी की विराजमान हैं। एक अत्यन्त प्राचीन मनोज्ञ जिन बिम्ब खडगासन लगभग तीन फुट अवगाहना की सन् 2002 में नगर के चौक एरिया से भूगर्भ से प्राप्त हुई है। चार बड़े मन्दिर एवं चार छोटे मन्दिर लगभग 150 से 400 वर्ष पुराने हैं। केवल ज्ञान की प्राप्ति भी यहीं हुई है। दो कल्याणक तीर्थ होने का सौभाग्य प्रयाग को प्राप्त हुआ है। युग के प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभ देव की प्रथम देशना यहाँ होने से आदितीर्थ है। विशेष जानकारी : यह गंगा-यमुना सरस्वती के संगम पर बसा नगर है एवं हिन्दुओं का तीर्थराज है। यह शिक्षा, संस्कृति का प्रमुख केन्द्र है। आनन्द भवन, संग्रहालय, संगम एवं उच्च न्यायालय दर्शनीय है। |
समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र | तीर्थंकर ऋषभदेव तपस्थली 13 कि.मी. भगवान पद्मप्रभु के चार कल्याणक वाला क्षेत्र प्रभासगिरि (कौशाम्बी) – 65 कि.मी |