Particular 18 great languages used at the time of resonant speech of Lord in Samavasharan (assembly of Lord Arihant).
ॐकार रूपदिव्यध्वनि जो एक रूप होते हुए 718 भाषा रूप परिणत मानी गयी हैं , जिसमे 18 महाभाषा होती हैं तथा 700 लघु भाषा होती हैं “