Father’s name of Lord Chandraprabhu, The son of Bhojak Vrishni, The 10th son of Krishna of Yadu dynasty, Name of a Digambar Acharya who wrote Sulochana Charitra.
चन्द्रप्रभु भगवान के पिता का नाम, भोजक वृष्णि का पुत्र, उग्रसेन का भाई, यदु(यादव) वंशी कृष्ण का 10वां पुत्र, सुलोचना चरित्र के रचियता एक दिगंबर आचार्य”