Creation of the world or universe.
संसार की रचना, प्रकृति, प्राकृतिक संपत्ति । वैदिक मतावलम्बी इसे मायावच्छिन्न ईष्वर की रचना मानते है। जबकि जैन धर्म के अनुसार सृष्टि की व्यवस्था स्वसंचालित अनादिनिधन है इसका कर्ता, हर्ता कोई भी नही है।