The brother of kind shreyans, who first offered food to Lord Rishabhdev.
हस्तिनापुर के एक कुरूवंशी राजा जिन्होंने अपने छोटे भाई श्रेयांस के साथ भगवान ऋषभदेव को इक्षुरस का प्रथम आहार दिया था । अंत में दीक्षा ग्रहणकर भगवान के समवशरण में उनके गणधर हुए।