अकम्पनाचार्य
Acharya (leader) of a group of 700 ‘munis’ (Jain saints). ७०० मुनियों के संघनायक (आचार्य),रक्षाबंधन कथा के सूत्रधार ।
हस्तिनापुर में आज से ६५ लाख वर्ष पूर्व श्री अकम्पनाचार्य मुनिराज अपने ७०० मुनियों के संघ के साथ चातुर्मास कर रहे थे , तब बलि आदि मंत्रियों ने उन पर अग्नि का उपसर्ग किया था और विष्णुकुमार मुनिराज ने अपनी विक्रिया से उनका उपसर्ग दूर किया था ।
जैनधर्म के अनुसार तब से ही रक्षाबंधन पर्व प्रारम्भ हुआ है ।
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