

त्रिशलानंदन, शत शत वंदन, शत शत वंदन तव चरणों में। 
त्रिशलानंदन, शत शत वंदन, शत शत वंदन तव चरणों में। 


त्रिशलानंदन, शत शत वंदन, शत शत वंदन तव चरणों में। 
त्रिशलानंदन, शत शत वंदन, शत शत वंदन तव चरणों में। 




त्रिशलानंदन, शत शत वंदन, शत शत वंदन तव चरणों में। 





चिन्मूरति चिंतामणि, चिंतित फलदातार।
जय ऋषभदेव जय अजितनाथ, संभवजिन अभिनंदन जिनवर। 