नैष्ठिक श्रावक की ग्यारह प्रतिमा-‘नैष्ठिक श्रावक अप्रत्याख्यानावरण कषायों की तरतमता से दर्शनप्रतिमा आदि ग्यारह प्रतिमाओं को धारण करता हुआ उत्तम लेश्या वाला होता है ।