[[श्रेणी:शब्दकोष]]
वर्द्धमानसागर (मुनि) – Varddhamaanasagar (Muni).
Name of a Digamber Jain saint, the disciple of Charitra Chakravarti Acharya Shri Shantisagar ji Maharaj and the elder brother of his house hold life.
चारित्र चक्रवर्ती आचार्य श्री शान्तिसागर जी महाराज के गृहस्थावस्था के बड़े भाई ,जिन्हें अत्यंत पुरुषार्थपूर्वक आचार्य श्री ने घर से निकालकर मुनिदीक्षा प्रदान कर मोक्षमार्ग में लगाया “ये अत्यंत निस्पृह वृत्ति के साधु हुए हैं ” समय – ई .श . 20 “