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तीर्थ हस्तिनापुर में चारों ओर खुशी है छाई!
June 13, 2020
भजन
jambudweep
तीर्थ हस्तिनापुर में चारों ओर …
तर्ज-माई रे माई………….
तीर्थ हस्तिनापुर में चारो ओर खुशी है छाई।
मात चन्दनामति की दीक्षा रजत जयंती आई।। बोलो जय………
जन्म टिकैतनगर में लेकर, धन्य किया जीवन है।
छोटेलाल मोहिनी पितु माँ, ज्येष्ठ अमावस दिन है।
बचपन में था नाम माधुरी………. बचपन में था नाम माधुरी, शुभ संस्कार वो पाई।।१।।
मात………….
गणिनी ज्ञानमती माता से, ब्रह्मचर्य व्रत लीना।
धन्य हुआ अजमेर नगर वह, सुगंध दशमी दिन था।
विद्यावाचस्पति बन करके……… विद्यावाचस्पति बन करके, ज्ञान की ज्योति जलाई।।२।।
मात…………….
हस्तिनापुर में गुरु माँ से, आर्यिका दीक्षा को पाया।
प्रज्ञाश्रमणी पदवी पाकर, उसको सफल बनाया।।
सौ से अधिक ग्रंथ रच करके…… सौ से अधिक ग्रंथ रच करके, गुरु संस्कृति अपनाई।।३।।
मात………….
तेरी रचनाओं में माँ, आगम का सार भरा है।
तेरी अमृतवाणी से हमें, मुक्ति का मार्ग मिला है।
तुम जैसे गुण हम भी पायें……… तुम जैसे गुण हम भी पायें, यही भावना भाई।।४।।
मात………
पीएच.डी. की दे के उपाधि, टी.एम.यू. हरषाया
तेरी दिव्य प्रभा को लख, भक्तों ने शीश झुकाया।।
ज्ञान प्राप्ति की आशा ले……….. ज्ञान प्राप्ति की आशा ले, ‘‘बीना’’ चरणों में आई।।५।।
मात………….
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