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षोडश स्वप्न (चक्रवर्ती) – Sodasha Svapna (Cakravartee).
Sixteen different symbolic dreams seen by Bharat Chakravarti (an emperor).
भरत चक्रवर्ती के 16 स्वप्न- पर्वत पर 23 सिंह, सिंह के साथ हिरणों का समूह, हाथी के ऊपर बैठा बंदर, अन्य पक्षियों द्वारा त्रसित उल्लू, आनंद करते भूत, मध्यभाग में सूखा तालाब, मलिन रत्नराशि, कुत्ते का नैवेद्य आदि से सत्कार, जवान बैल, मण्डल से युक्त चन्द्रमा, शोभा नष्ट दो बैल, मेघों से आवृत सूर्य, छाया रहित सूखा वृक्ष, जीर्ण पत्तों का समूह ” महापुराण ग्रंथ में निहित इन समस्त स्वप्नों के फलों के अनुसार पंचमकाल में अनेक विकृतियाँ उत्पन्न होंगी, जो प्रत्यक्ष रूप से वर्तमान में देखीं जा रही हैं “