मैं पूज्य गणिनी ज्ञानमती माताजी द्वारा ब्र. रवीन्द्र कुमार जी को पीठाधीश पद पर मनोनीत करने की घोषणा का अनुमोदन करता हूँ। अब वे पीठाधीश रवीन्द्रकीर्ति के रूप में जाने जायेंगे, यह प्रसन्नता का विषय है।
इसी प्रकार आगे वे मुनि रवीन्द्रकीर्ति भी बनेंगे, ऐसा मेरा आशीर्वाद है। चूँकि पूज्य माताजी का आदेश है कि पहले मांगीतुंगी में मूर्ति निर्माण का कार्य पूरा हो, तब दीक्षा ली जाये अत: उनकी आज्ञा को अवश्य ही रवीन्द्रकीर्ति पालन करें और मांगीतुंगी का कार्य करके ही दीक्षा के लिए अग्रसर होवें। (११ नवम्बर २०११ को श्री मोतीसागर जी महाराज की श्रद्धांजलि सभा में प्रस्तुत वक्तव्यांश)