पुण्य- जीवन में सत्कर्मों के करने से जो कर्म बँधता है उसे पुण्य कहते हैं । पुण्य से ही संसार में सारे कार्य बनते हैं तथा पुण्य से ही मोक्ष की प्राप्ति होती है । इसलिए सदैव पुण्य के उपार्जन में आगे रहना चाहिए ।