जब सूर्य प्रथम गली में रहता है तब एक मुहूर्त में ५२५१योजन (२१००५९४३३ मील) गमन करता है। अर्थात्—प्रथम गली की परिधि का प्रमाण ३१५०८९ योजन है। उनमें ६० मुहूर्त का भाग देने से उपर्युक्त संख्या आती है क्योंकि २ सूर्यों के द्वारा ३० मुहूर्त में १ परिधि पूर्ण होती है। अत: १ परिधि के भ्रमण में कुल ६० मुहूर्त लगते हैं। अतएव ६० का भाग दिया जाता है।
उसी प्रकार जब सूर्य बाह्य गली में रहता है तब बाह्य परिधि में ६० का भाग देने से—३१८३१४ ´ ६० · ५३०५ योजन (२१२२०९३३मील) प्रमाण १ मुहूर्त में गमन करता है।