किन्नर आदि देव एवं देवियाँ दिव्य, अमृतमय आहार का मन से ही उपभोग करते हैं। उनके कवलाहार नहीं है अत: देवों के आहार का नाम मानसिक आहार है।
पल्यप्रमाण आयु से युक्त देवों के आहार का काल ५ दिन एवं दस हजार वर्ष की आयु वाले देवों का आहार २ दिन बाद होता है, ऐसा जानना चाहिए।