इस हिमवान् पर्वत के मध्य में पूर्व-पश्चिम से एक हजार योजन लंबा पाँच सौ योजन चौड़ा एक सरोवर है जिसे पद्मद्रह कहते हैं। यह सरोवर दस योजन गहरा और चार तोरण द्वार एवं वेदिकाओं से संयुक्त है। इस सरोवर में एक योजन ऊँचाई व विस्तार वाला, जल से आधा योजन ऊँचा और एक कोस विस्तृत कर्णिका से युक्त कमल है यह कमल पृथ्वीकायिक है। इसके ऊपर रत्नमय भवन में श्री देवी का निवास है। श्री देवी के गृह के परिवार स्वरूप वहाँ एक लाख चालीस हजार एक सौ पंद्रह अन्य कमल हैं। इस पद्म सरोवर के ईशान कोण में ‘‘वैश्रवण’’ नामक कूट, आग्नये दिशा में ‘‘श्रा