इस सरोवर के ईशान दिशा में वैश्रवण नाम का कूट, दक्षिण दिशा में श्री निचय कूट, नैऋत्य दिशा में महाहिमवन् कूट, वायव्य दिशा में ऐरावत कूट और उत्तर दिशा में श्री संचय कूट स्थित है। इन पंच कूटों से महाहिमवन् पर्वत भी ‘पंचशिखरी’ कहलाता है। ये सब कूट व्यंतर नगरों से परम रमणीय और उपवन वेदियों से संयुक्त हैं। तालाब के उत्तर पार्श्व भाग के जल में जिन कूट है।
श्री निचय, वैडूर्य, अंकमय, आश्चर्य, रूचक, उत्पल और शिखरी ये कूट जल में प्रदक्षिण रूप से स्थित हैं।