गंगा, सिंधु आदि चौदह नदियाँ कुलाचल से जहाँ पर गिरती हैं वहाँ पर कुंड हैं अत: गंगादि के कुंड १४, विभंगा नदी जिनसे उत्पन्न होती है ऐसे उन निषध नील की तलहटी में होने वाले कुण्ड १२, प्रत्येक विदेह में गंगा-सिंधु और रक्ता-रक्तोदा नदियाँ निषध-नील की तलहटी के कुण्डों से निकली हैं ऐसी इन चौंसठ नदियों के कुण्ड ६४ ये १४±१२±६४·९० कुण्ड हैं।