विदेह के बीचों-बीच में सुमेरु पर्वत है इसलिये पूर्व पश्चिम विदेह से दो भेद हुये हैं क्योंकि दक्षिण उत्तर में देवकुरु-उत्तरकुरु है। एवं नील निषध से सीता सीतोदा नदी ने निकल कर पूर्व पश्चिम में विदेह के दो-दो टुकड़े कर दिये। पुन: सोलह वक्षार और १२ विभंगा नदियों से इन ४ विदेह के ३२ टुकड़े हो गये हैं। इन बत्तीसों में बत्तीस आर्यखंड हैं।