जब सूर्य प्रथम गली में रहता है, तब एक मुहूर्त में ५२५१-२९/६० योजन गमन करता है। एक गली से दूसरी में जाने से परिधि के बढ़ जाने से गमन क्षेत्र बढ़ जाता है। अंतिम १८४ वीं गली में एक मुहूर्त में ५३०५-१४/६० योजन गमन करता है।
एक मिनट में सूर्य की गति ४, ३७, ६, २३ ११/१८ मील प्रमाण है।