चक्र इंद्रक की उत्तर दिशा में स्थित सोलहवें श्रेणीबद्ध विमान में माहेन्द्र इन्द्र का नगर है उसका विस्तार ७०००० योजन है। उसके आठ अग्रदेवियों में ‘कनक मण्डिता’ नाम की वल्लभा देवी है। उनके प्रासाद सानत्कुमार इंद्र की देवियों के प्रासादों के समान हैंं।