पूर्व नाम : श्रीमती कस्तूरीबाई जैन
ग्राम : सागर (म.प्र.)
पिता : स्व. श्री सुखलाल जी
माता : स्व. रुकमणी बाई जैन
जन्म, शिक्षा 1938/4थी
परिवार : पति – श्री प्रेमचंदजी जैन भाई – 3, बहन- 3, पुत्र- 3, पुत्री – 2
वैराग्य : धार्मिक वातावरण, अंतःप्रेरणा
ब्रह्मचर्य व्रत : 2006, सागर (म. प्र. )
क्षुल्लिकादीक्षा 16.10.11,
नाम : क्षुल्लिका विसुदृढ़श्री माताजी
दीक्षा गुरु : प. पू. गणाचार्य श्री विरागसागर जी
गुरुमुख से अध्ययन : बालविज्ञान भाग 1, 2, 3, 4, द्रव्यसंग्रह, रत्नकरण्डक श्रावकाचार, तत्त्वार्थसूत्र, जैनसिद्धान्त प्रवेशिका, इष्टोपदेश, समाधितंत्र, सर्वोदया टीका, परमात्म प्रकाश आदि ।
रूचि : जाप्य, स्वाध्याय
चातुर्मास : जयपुर, किशनगढ़ ।