मौटे लोगों को खाते समय कुछ बातों पर विशेष ध्यान देना चाहिए—
१. दृढ़ इच्छा शक्ति रखें। एक महा में २ से ३ किलोग्राम वजन घटाने का संकल्प करें।
२. भोजन भूख के अनुसार ही खायें । बिना भूख के भोजन न करें।
३. खाली मत बैठे रहें। कुछ सृजनात्मक कार्य करें। खाली बैठने से भी भूख बढ़ती है। तभी तो कहा जाता है खाली मन शैतान का घर होता है।
४. स्वादिष्ट भोजन को ठूंस ठूस कर मत खाइये। धीरे—धीरे चबा—चबा कर खाने का आनन्द लें।
५. भोजन की मात्रा पर ध्यान रखें। खाने की मेज पर रखे विभिन्न प्रकार के सभी व्यंजनों को खाने का या चखने का प्रयास न करें।
६. भोजन खाने से १५ मिनट पूर्व सलाद खूब चबाकर खायें। ऐसा करने से भूख नियन्त्रण में रहती है।
७. मोटे लोगों को दोपहर में नहीं सोना चाहिए।
८. पैदल चलने के अवसर को छोड़े नहीं । जब भी अवसर लगे, सवारी के स्थान पर पैदल चलें।
९. जैसे ही जरा सा महसूस होने लगे कि बस अब और नहीं चाहिए तो तुरन्त खाना बंद कर दें। उसके बाद का खाना शरीर को सिर्पक चर्बी के अलावा और कुछ नहीं देता।
१०. थोड़ी सी भूख लगने पर एक गिलास पानी पिएं । पानी पीने से वसा का विखंडन होता है तथा दूषित विकार शरीर से निकालने में सहायता मिलती है।
११. एक बार में एक ही प्रकार का आहार लें पर प्रतिदिन आहार बनाने की विधि में परिवर्तन रखें।
१२. रात्रि में भोजन अधिक न खायें, न ही देर से भोजन करें।
१३. बार—बार वजन घटाएं और बढ़ाएं नहीं। इससे शरीर पर कुप्रभाव पड़ता है और यह प्रक्रिया शरीर के लिये खतरनाक है। इसका प्रभाव दिल पर पड़ता है।
१४. टी.वी. देखते समय भोजन न खायें क्योंकि ऐसे में आप पेट के संकेतो को समझ नहीं पाते क्योंकि आपका दिमाग टी.वी. प्रोगाम की तरफ होता है।
१५. अपने जीवन में खेल, व्यायाम और सैर को स्थान दें। दिनभर में एक घंटा अपने स्वास्थ्य हेतु निश्चित करें।
१६. रेडियों सुनते हुए, टी.वी. देखते हुए आप व्यायाम कर सकते हैं। इससे आप बोर नहीं होंगे और समय की भी बचत होगी।
१७. फास्ट फूड, डिब्बाबंद फूड, कोल्ड ड्रिंक्स का सेवन कम से कम करें। एक खाने से दूसरे खाने के बीच नमकीन, बिस्कुट, ब्रेड का सेवन भी न करें। भूख लगने पर भुने हुए चने या भुना हुआ नमकीन खीरा व टमाटर मिला कर खायें।
१८. तनावग्रस्त होने पर भोजन न करें न ही अधिक बोलते और हंसते हुए भोजन करें। भोजन शान्त मन से करें।