बीजापुर अतिशय क्षेत्र कर्नाटक प्रांत के बीजापुर जिले में अवस्थित है। यह क्षेत्र बीजापुर रेलवे स्टेशन से ६ कि.मी. दूर तथा बस स्टैण्ड से २ कि.मी. दूर है। रेल अथवा सड़क मार्ग से व्हाया सोलापुर होकर जा सकते हैं। यहाँ भगवान पार्श्वनाथ की सातिशय प्रतिमा लगभग १५०० वर्ष प्राचीन है। १००८ सर्प फणों से सुशोभित होने के कारण यह प्रतिमा सहस्रफणी कहलाती है। हर फण भीतर से जुड़ा होने के कारण अभिषेक का जल या दूध हर फण से उतरते हुए मूर्ति को अभिषिक्त करता है। क्षेत्र पर मंदिर जीर्णोद्धार के साथ अनेक विकास योजनाएँ प्रगति पर हैं। यहाँ कई दर्शनीय स्थल हैंं जिनमें गोल गुम्बज प्रमुख है। वार्षिक मेला-क्षेत्र का वार्षिक मेला एवं विशेष आयोजन की तिथि पौष वदी एकादशी एवं श्रावण शुक्ला सप्तमी है। क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ-क्षेत्र पर डीलक्स कमरे २० हैं, साथ ही एक हाल भी है। भोजनशाला एवं पुस्तकालय भी है।