श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र, पिड़रुवा
—ब्र. कु. इन्दू जैन (संघस्थ)
श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र पिड़रुवा मध्यप्रदेश के सागर जिले में पिड़रुवा ग्राम में स्थित है, तहसील बंडा है। रेलवे स्टेशन सागर से ३५ कि.मी. दूर है, बस स्टैण्ड से भी इसकी दूरी ३५ कि.मी. है। सड़क मार्ग पाली से पिड़रुवा या सागर से धामोनी मार्ग वहरोल से पिड़रुवा पहुँच सकते हैं। सागर से सड़क मार्ग द्वारा झाँसी रोड पर पाली-३५ कि.मी. दूर है। यह सागर से उत्तर की ओर ३५ कि.मी. दूर सघन वन में स्थित अतिप्राचीन क्षेत्र है। आदिनाथ स्वामी की ६ फीट पद्मासन प्रतिमा, पाषाण की ४१ प्रतिमाएँ एवं पीतल की ७१ प्रतिमाएँ विराजित हैं। मंदिरजी में ३१ बड़े यंत्र, ८१ हस्तलिखित गं्रथ एवं छपे शास्त्र हैं। क्षेत्ररक्षक पद्मावती देवी की प्रतिमा अद्भुत एवं अतिशयकारी है एवं अमावस्या पर कष्ट दूर करती है। मंदिर में ७ वेदियाँ, २ चौक व ४ शिखर हैंं। अनेक आचार्य, मुनि, माताजी यहाँ ध्यानार्थ पधारते रहते हैं। मंदिर में संवत् १४०० की अत्यंत प्राचीन मूर्तियाँ हैं। हस्तलिखित ग्रंथराज हैंं। मंदिर में ग्राम नैतना, बम्होरी सागोनी, धामोनी के मंदिर समाहित हैं। शनि अरिष्ट निवारक श्री देव मुुनिसुव्रतनाथ भगवान की अद्वितीय तीन फूट श्यामवर्ण, पाषाण की प्रतिमा है। प्रत्येक शनिवार-अमावस्या को मेला लगता है। समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र नैनागिरि, बीना (बारहा), कुण्डलपुर, द्रोणगिरि, पजनारी, बण्डाजी एवं खजुराहो हैं। क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ- क्षेत्र पर ४ कमरे और २ हाल हैंं। भोजनशाला है पर अनुरोध पर समयानुसार भोजन तैयार होता है।