दाल भारतीय थाली का एक अहम हिस्सा है। देश—भर में यह अलग—अलग तरीके से पकाई जाती है ये दालें सेहन के लिहाज से भी काफी उपयोगी हैं। दालों में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, फास्फोरस और खनिज तत्व पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है ।आइए, जानते हैं दालों के औषधीय गुणों के बारे में। अरहर: यह पित्त, कफ और खून के विकार को समाप्त करती है। इसमें प्रोटीन, विटामिन, कार्बोहाइड्रेट, फास्फोरस, विटामिन ए तथा बी तत्व पाए जाते हैं। इसका छिलका पशुओं के लिए बहुत फायदेमंद होता है। अरहर के उबले हुए पत्तों को घाव पर बाँधने से घाव भरने में मदद मिलती है। खाने में छिलका रहित दाल का प्रयोग किया जाता है, जिससे कफ और खांसी में आराम मिलता है। उड़द: इसमें फास्फोरिस एसिड ज्यादा मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन भी होता है। इसकी चूनी का इस्तेमाल कई रोगों से उपचार के लिए किया जाता है। उड़द की दाल वात, कब्जनाशक और बलवर्धक होती है।फोड़ा होने पर उड़द की दाल की पीठी रखने से फायदा होता है। हड्डी में दर्द होने पर इसे पीस कर लेप लगाने से फायदा होता है। मूंग: इसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट तथा रेशे जैसे तत्व पाए जाते हैं । यह कफ और पित्त के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है। खाने के बाद यह आसानी से पच जाती है। मूंग की दाल आंखों की रोशनी बढ़ाती है। बुखार होने पर मूंग की दाल खाने से फायदा होता है। चावल के साथ तैयार खिचड़ी मरीजों के लिए पौष्टिक और सुपाच्य होती है। मूंग के आटे का हल्वा शक्तिवर्धक होता है।