खुराक नहीं, कैलोरी करें कम— जब शरीर पर बढती हुई चर्बी चिंतन को मजबूर करती है, तो ज्यादातर लोग अपनी खुराक कम कर देते हैं। हालांकि वजन कम करने के लिए खाना नहीं , बल्कि आहार में कैलोरी की मात्रा कम करने पर ध्यान देना चाहिए। श्वास का सही तरीका— गहरी लम्बी सांस लेने की आदत डालें।इससे श्वसन तंत्र मजबूत होता है। शरीर को भरपूर ऑक्सीजन मिलती है, जिससे विभिन्न ग्रंथियां सुचारू रूप से अपना कार्य करती हैं। इससे अपशिष्ट पदार्थ नष्ट होते हैं और वजन नियंत्रित होता है। ज्यादा नमक अच्छा नहीं— यदि आप सामान्य से ज्यादा नमक का सेवन करते हैं, तो धीरे—धीरे आहार में नमक की मात्रा कम करें। अधिक नमक खाने से शरीर में पानी की मात्रा बढ़ जाती है। नतीजतन , शरीर पूफूल जाता है। तरल पदार्थों का सेवन— प्रतिदिन १० से १५ गिलास पानी पिएं। इसके अलावा भोजन से आधा घंटा पहले व आधा घंटा बाद पानी का सेवन करें । शरीर में अपशिष्ट को मल—मूत्र और पसीने द्वारा बाहर निकालने के लिए पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन जरूरी है। शांत मन देगा लाभ— चिंता से बचें। तनाव नहीं होगा तो रक्त संचार अच्छा होगा और शरीर से विषाक्त तत्त्व निकल जाएंगे। आमतौर पर लोग तनाव, परेशानी और क्रोध की स्थिति में बिना विचारे खाते रहते हैं। इसलिए उत्तेजित या परेशान हों, तो मन शांत होने के बाद ही कुछ खाएं। जरूरी है कैल्शियम कैल्शियम युक्त आहार का सेवन नियमित तौर पर करें। कैल्शियम शरीर में चयापचय की प्रक्रिया को बढ़ाता है, जिससे कैलोरीज जलती हैं और मोटापा घटता है। हल्का—फुल्का व्यायाम— ज्यादा शारीरिक श्रम नहीं कर सकते, तो दिनभर में २०—३० मिनट पैदल अवश्य चलें।