१.कब्ज से पीड़ित को तले खाने वाले पदार्थों, मैदा स्टार्च की चीजें ,पुडियो, पत्ता गोभी, व फूलगोभी आदि का परहेज करना जरूरी है।
२.रात को सोने से पहले गरम दूध में ईसबगोल की भुस्सी मिलाकर पीने से कब्ज से निजात मिलता है।
३. पपीता खनिज लवण कोशिकाओं को खराब होने से बचाता है।
४.आलू बुखारा खाने से कब्ज दूर होती है। जैसे सलाद, छलकेदार अनाज आदि।
शुगर पर नियंत्रण
१.शुगर को निंयत्रित करने के लिए रोज दोपहर शाम को भोजन के साथ आधा चम्मच दालचीनी पाउडर लेना चाहिए।
२.एक किलो चने में २ किलो गेहूँ मिलाकर आटा बनाकर रोटियाँ बनाना चाहिए।
३.चाय के साथ, सिके चने, बेसन का चीला, पोहा, ढोकले व उपमा जरूर लेना चाहिए।
४.५—७ अखरोट रोज खाना चाहिए।
५.सप्ताह में कम से कम तीन बार छोले, राजमा , चना, बेसन का प्रयोग करना चाहिए।
अस्थमा के मरीज रहें सतर्क
सर्दी के मौसम में अस्थमा के मरीजों की परेशानियाँ दुगनी हो जाती है। इसलिए रोज व्यायाम के बाद उन्हें अपना विशेष ध्यान रखना चाहिए क्योंकि योग से पहले या बाद में सीने में अकड़न सांस लेने में परेशानी व कफ की समस्या, घर—घर की आवाज बढ़ जाती है। इसलिए अस्थमा के मरीज को सर्दी में कार्डियोवेस्क्युलर एक्सरसाइज करने से बचना चाहिए क्योंकि इससे सांसे तेज व हृदय अधिक पंप करता है।
१. ठंडी हवा में सांस लेने से श्वास नली शुष्क हो जाती है। और अस्थमा के अटेक की शंका अधिक हो जाती है।
२. अस्थमा के मरीजों को सुबह की अपेक्षा शाम को टहलने जाना पड़ता है।
३.यदि बाहर वातावरण का तापमान कम है तो इनडोर एक्सरसाइज ही करना चाहिए।
४.अस्थमा से पीड़ित व्यक्ति को ठंडी हवा में व्यायाम करते समय स्कार्फ या नाक पर फैस मास्क लगाना चाहिए।
५.श्वास नली को शुष्क होने से बचाने के लिए व्यायाम से पहले व बाद में पेय पदार्थों का प्रयोग करना चाहिए।
६. यदि आपके पास सुविधा है तो सबसे बेहतर है कि इनडोर ही टेलपुल में स्वीमिंग करें। क्योंकि वर्कआउट के साथ ही इस तरीके से शरीर को सर्दी से भी बचाया जा सकता है।