गुस्सा व्यक्ति की ऊर्जा के साथ रचनात्मक को भी खत्म कर रहा है। ऐसे में योग के आसनों से इस पर लगाम लगाई जा सकती है। अर्ध धनुरासन — पैरों को जोड़कर पेट के बल लेट जाएं। ठोढ़ी और हाथों को जमीन पर लगा लें।आपकी हथेलियों फर्श की तरह होनी चाहिए। बाए घुटने को मोड़े और बायें हाथ को पीछे ले जाकर एड़ी को पकड़कर ऊपर की ओर उठाएं। सांस ले और बाऐं पैर समेत शरीर के पूरे बाऐं हिस्से को ऊपर की ओर उठाऐं । गर्दन को पीठ की दिशा में ही रखें। दाऐं हाथ को फर्श पर रखते हुए ही आगे की ओर ले जाऐं। इसी स्थिति में २ से ६ बार तक लम्बी सांस लें और धीरे—धीरे छोड़ें। गुप्त पद्मासन—पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाए। अपने हाथों को आगे बढ़ाते हुए हिप्स को उठाये व घुटनों के बल खड़े हो जाए। धीरे—धीरे शरीर के अगले हिस्से को फर्श की ओर ले जायें। ठोढ़ी को फर्श से लगाए। हथेलियों को पीछे ले जायें और कोशिश करें कि दोनों हाथों से सिर को छू सके। आंखों को बंद कर, रिलेक्स करें, फिर से आसन दोहरायें। शवासन—आंखे बंद करके जमीन पर लेट जाएं। लम्बी सांस लें और धीरे—धीरे छोड़े। सिर से लेकर पैर तक अपने शरीर के हर हिस्से पर ध्यान दें। किसी भी योगासन को रोजाना कम से कम २१ दिन करने से ही परिणाम दिखते हैं और हर पॉजिशन में एक बार में १ मिनट तक रहना चाहिए। सरवांग आसन— अपने हाथ और पैर सीधे कर जमीन पर लेट जाऐं और गहरी सांस लेते हुए अपने दोनों पैरों को सीधे, ऊपर की और उठाऐं।