भारतीय मसालों की शान हल्दी सब्जियों की रंगत को बढ़ाती ही है साथ ही इसका स्वाद भी खास होता है। हल्दी का प्रयोग सब्जियाँ, दाल, चटनी आदि में किया जाता है। भारत में हल्दी का प्रयोग आयुर्वेदिक औषधि के रूप में किया जाता है, साथ ही यह चायनीज पारम्परिक दवा भी है। हल्दी का सेवन करने से खून साफ होता है । इससे रक्त संचार बढ़ता है और लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण भी होता है। हल्दी से लीवर भी संतुलित रहता है। घावों को भरने में भी सहायक होती है और ऊतकों का नवीनीकरण भी कर देती है। हल्दी त्वचा के लिए भी फायदेमंद होती है। इससे मुहासे की समस्या दूर होती है और त्वचा चिकनी तथा मुलायम होती है। हल्दी कैंसर में भी लाभदायक है। यह कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को रोकती है। इस बात के प्रमाण भी मिले हैं कि हल्दी के सेवन से त्वचा, स्तन, आँत और प्रोस्टेट कैंसर को भी बढ़ने से रोका जा सकता है। गठिया के रोगियों को भी हल्दी का सेवन करना चाहिए। हल्दी की गाँठों का सेवन अपच एवं पीलिया में लाभदायक होता है। हल्दी डायबिटीज के रोगियों के लिए भी गुणकारी है। इससे रक्त में शर्करा का स्तर संतुलित रहता है। इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम से ग्रसित लोगों को भी हल्दी का सेवन करना चाहिए। हल्दी के सेवन से पेट की गड़बड़ी दूर होती है। इससे हृदय रोगों की संभावना भी कम होती है।