बढ़ते प्रदूषण का प्रभाव तो संपूर्ण जीव जगत पर पड़ रहा है किंतु नारी इससे सबसे ज्यादा प्रभावित है। उसके स्वास्थ्य एवं प्रजनन क्षमता को यह कमजोर कर रहा है जिससे उसका गर्भस्थ शिशु एवं गर्भ चक्र भी गड़बड़ा रहा है। गर्भस्थ शिशु में अन्यान्य विकृतियां आ रही हैं एवं समय पूर्व प्रसव हो रहा है । जर्मनी के एक शोध से निकले निष्कर्ष के मुताबिक लड़कियों की आबादी पर उसका गंभीर खतरा नजर आ रहा है जबकि आस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड के एक शोध के अनुसार व्यस्त सड़क एवं चौराहों के किनारे निवासरत महिलाओं को समय पूर्व प्रसव अधिक हो रहा है।