धूम्रपान करने वालों के लिए एक और नई चेतावनी सामने आई है। एक नए शोध में पता चला है कि धूम्रपान करने से ‘ मल्टीपल स्कलरोसिस’ नामक बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है। यह शोध नार्वे में लगभग २२ हजार लोगों पर किया गया। इस अध्ययन में पता चला है कि जो लोग धूम्रपान करते हैं उनमें अन्य लोगों की अपेक्षा इस रोग के होने का खतरा तीन गुना ज्यादा होता है। धूम्रपान करने वाली महिलाओं में यह खतरा डेढ़ गुना ज्यादा होता है। इस शोध के नतीजे अमरीका की न्यूरोलॉजी एकेडमी की पत्रिका न्यूरोलॉजी में प्रकाशित किए गए हैं।
रोग:
आंखों की रोशनी का कम होना, थकावट और लकवा मल्टीपल स्क्लरोसिस रोग के लक्षण हैं। ये बीमारी तब होती है जब शरीर के प्रतिरोध के लिए बना सिस्टम मानव को आभास कराने वाली कोशिकाओं ‘नार्वे सेल’ की रक्षा के लिए बनी झिल्लियों पर हमले करता है। इन हमलों के कारण मरीज अपंग हो जाता है और इसको रोकने के लिए कोई इलाज नहीं है जिससे इसे पूरी तरह रोका जा सके।
चेतावनी:
शोध करने वालों ने पाया कि रोग के लक्षण का पता चलने के बाद धुम्रपान छोड़ देने की स्थिति में भी बीमारी होने का खतरा कम नहीं होता । इस शोध का नेतृत्व करने वाले डॉक्टर टी.रिसे ने कहा कि धुम्रपान करने वाले युवा इससे बचे, इसके लिए यह शोध एक और नई वजह बताता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस अध्ययन से वैज्ञानिकों को मल्टीपल स्क्लरोसिस के बारे में नई जानकारियां मिलेंगे इसके पहले भी धूम्रपान को मनुष्य में प्रतिरोध सिस्टम के साथ हुई दूसरी गड़बड़ियों के साथ जोड़ा जा चुका है, साथ ही फैफड़े के कैंसर , दिल की बीमारियों और पक्षाघात से भी इनका संबंध सिद्ध किया जा चुका है।