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जंक पूफूड का नाम आते ही प्राय: सभी लोगों की लार टपकने लगती है क्योंकि इसके मसाले और नये तरीके से पेश करने के तरीके सभी को अपनी और आकर्षित करते हैं। कुछ दशक पहले तक तो बहुत अमीर लोगों के बच्चे इनके शौकीन थे, पर अब हर वर्ग के लोग इसे खाने का शौक रखते हैं। बच्चे सबसे अधिक जंक फूड के व्रेजी होते हैं पर वे इससे होने वाले नुकसान को नहीं समझते क्योंकि इन खाद्य पदार्थों में न्यूट्रीशनल वैल्यू बहुत कम होती है। शरीर में धीरे—धीरे पौष्टिकता की कमी से कई बीमारियां खड़ी हो जाती हैं जैसे हाई ब्लड प्रैशर, दिल की बीमारी, डायबिटीज और मोटापा। बच्चों पर क्यों होता है
कंपनियां अपने सामान बेचने के लिए आकर्षक एड् (विज्ञापन) देती हैं और बच्चे शीघ्र इस आकर्षण में फंस जाते हैं। एड्स में उन खाद्य पदार्थों को इस तरह से परोसा जाता है कि देखने वाले का एक बार खाने के लिए मन मचल उठता है क्योंकि मन तो बच्चा है। बड़े तो कुछ हद तक अपने मन पर काबू पा लेते हैं पर बच्चे उन खाद्य पदार्थों को खाए बिना मानते नहीं। छोटे बच्चे बचपन से ही इन खाद्य पदार्थों का सेवन प्रारंभ कर देते हैं। आगे चलकर वो इनकी डाइट का हिस्सा बन जाता है। कंपनी वाले कई आकर्षक स्कीमें देते रहते हैं ताकि बाल मन उनकी तरफ अधिक से अधिक आकर्षित हो। स्कीमों के साथ वे मॉडल्स का चुनाव भी ऐसा करते हैं जो सिलेब्रिटीज हों। बच्चे हर और से उनकी बात पर विश्वास करें और उसी खाद्य पदार्थ का सेवन करें। बच्चों को प्रारम्भ से समझाना चाहिए कि कंपनीज अपने लाभ के लिए ऐसी एड्स दिखाते हैं। कभी कभी तो इनका सेवन करना टेस्ट के लिए ठीक है पर इन्हें भोजन का अंग बनाना उचित नहीं। इसका सेवन नियमित न करने की सलाह दें। १२.५ मिलियन बच्चे मोटापे के शिकार हैं। एक सर्वे के अनुसार बच्चों के मोटापे का मुख्य कारण जंक फूड माना जाता है।
जंक फूड में मौजूद फ्लेबर्स और रंगों के कारण शरीर पर रैशेज, अस्थमा और हाइपर एक्टिविटी की समस्या बढ़ जाती है। जंक फूडदांतों को बहुत नुकसान पहुंचाते हैं। नमक और तेल की अधिक मात्रा के कारण ब्लड प्रेशर हाई होने का खतरा बढ़ सकता है। जंक फूड के सेवन से मोटापा तो बढ़ता ही है, साथ में कई अन्य बीमारियों को भी निमंत्रण देता है। केक, पेस्ट्री, चॉकलेट, बिस्कुट में शुगर की मात्रा काफी होती है जो शरीर कंज्यूम नहीं कर पाता। एक कोला में भी चीनी की मात्रा १० चम्मच के करीब होती है।अगर आप स्वास्थ्य के प्रति सजग हैं तो इसका सेवन ध्यान से करें। इनके सेवन से कोलेस्ट्राल की मात्रा बढ़ती है जो सीधा हमारे दिल पर प्रभाव डालती है । शुगर पूरी तरह से शरीर पचा नहीं पाता और वो फिर फैट में बदल जाती है यही कारण होता है वजन बढ़ने का। जंक फूड के अधिक सेवन से बच्चों में मीठा अधिक खाने की आदत डिवेलप हो जाती है। जंक फूड खाने से भूख पूरी नहीं मिटती, फिर दिमाग ज्यादा खाने की मांग करता है। यह सब जानते हुए हमे ऐसे खाद्य पदार्थों के सेवन को कम करना जरूरी है। कभी कभी तो इन्हें लिया जा सकता है पर जानबूझ कर अपनी और बच्चों की सेहत दांव पर न लगांए।