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मुंहासे—झुरियों का खतरा घटाने वाले कोलैजन को नष्ट करती है शक्कर फास्टफूड, ड्रिंक, रेड मीट और मिठाई के शौकीन जरा गौर फरमाएं। वेबसाइट हेल्दी लिविंग ने मोटापे, टाइप—२ डायबिटीस और दिल की बिमारियों का खतरा बढ़ाने वाले इन खाद्य पदार्थों को वक्त से पहले बूढ़ा बनाने के लिए भी जिम्मेदार ठहराया है।
ज्यादा मीठा ठीक नहीं: मानव शरीर में मौजूद कोशिकाओं की शक्कर को ऊर्जा में तब्दील करने की क्षमता सीमित होती है। जब कोई व्यक्ति इससे ज्यादा शक्कर का सेवन करता है तो ग्लूकोज के अतिरिक्त अणु प्रोटीन के साथ मिलाकर एडवांस्ड ग्लाइकेशन एंड सब्सटैंस का उत्पादन करने लगते हैं। न्यूयोर्क यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के मुताबिक एजेस त्वचा में मौजूद कोलैजेन को नष्ट करते हैं। कोलैजन वह प्रोटीन है , जो त्वचा का लचीलापन और चमक बनाए रखता है। कोल्डड्रिंक — कॉफी की लत घातक: शक्कर और कैफीन युक्त पेय पदार्थ, मसलन कॉफी तथा कोल्ड ड्रिंक डिहाइडेशन की प्रक्रिया को बढ़ावा देते हैं। इनके सेवन के बाद बार—बार पेशाब लगने की शिकायत होती है, जिससे शरीर से न सिर्फ पानी, बल्कि जरूरी रसायन भी बाहर निकलते हैं। त्वचा में नमी की कमी होने लगती है और वह रूखी व बैजान नजर आने लगती है। शराब से कर लें तौबा: लीवर की सेहत की सबसे बड़ी दुश्मन शराब है, यह बात तो जगजाहिर है। लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि इसके सेवन से त्वचा की चमक फीकी पड़ती है । कील,मुहासे, दाग धब्बे और झुर्रियां पड़ने का खतरा भी बढ़ जाता है। केस रिर्जव वेस्र्टन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अनुसार शराब शरीर से जहरीले पदार्थ निकालने की लिवर की क्षमता को प्रभावित करता है। इससे ये पदार्थ लिवर में जमते जाते हैं और कील मुंहासे, चेहरे पर सूजन व झुर्रियों की शिकायत होने लगती है। भूनी चीजों से दूर रहें: लाल करारी आलू की भुजिया, पनीर टिक्का और बारबेक्यू चिकन खाने में तो बहुत अच्छे लगते हैं, लेकिन सेहत पर काफी बुरा असर डालते हैं। दरअसल, इन्हें ज्यादा भूनने से नसों को फुलाने वाले हाइड्रोकार्बन की मात्रा बढ़ जाती हैं। इससे को लैजन टूटने लगता है और त्वचा का लचीलापन कम होने से झुरियां पड़ने लगती हैं। जवान दिखने को ये आजमाएंविटामिन सी से लैस संतरा, मौसमी, टमाटर, अमरूद, पपीता व ब्रोकोनी जैसी फल— सब्जियां कोलैजन के उत्पादन की त्वचा की क्षमता बढ़ाती है, कैल्शियम प्रोबायोटिक से भरपूर दूध, दही और पनीर के सेवन से त्वचा की चमक बनी रहती है, कील मुंहासों व झुरियों का खतरा कम होता है, एंटी ओक्सीडेंट और विटामिन ई की मौजूदगी के चलते पालक, स्ट्रॉबेरी, रसभरी व जामुन कोशिकाओं को विकास को बढ़ावा देते हैं। रेडमीट भी खतरनाकवाशिंगटन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के मुताबिक रेड मीट फ्री रैडिकल एक अणु होता है। जिसके बाहरी छल्ले में अकेला इलेक्ट्रोन पाया जाता है। जोड़े की तलाश में फ्री—रैडिकल स्वस्थ कोशिकाओं में मौजूद इलक्ट्रोन को खुद से जोड़ लेता है।