Mumbai के डॉक्टर ने इस 1 अद्भुत तरकीब से सिर्फ 30 दिन में दोबारा उगाए अपने बाल
दोबारा बाल उगाने का 1 नेचुरल तरीका: ये इतना आसान है कि आपको विश्वास नहीं होगा! October 26, 2017 ” views 1,759,245 ” अगर मैं कहूं कि आप अपने बाल बिना महंगी सर्जरी और टॉक्सिक केमिकल्स के सिर्फ 30 दिन में दोबारा उगा सकते हैं, तो आप क्या कहेंगे? यही ना कि ये नहीं हो सकता। बिलकुल असंभव है।
अगर आप भी ऐसा सोचते हैं तो माफ कीजियेगा आप ग़लत हैं। इसे पढ़ते रहिये और जानिये किस तरह से एक आसान नेचुरल तकनीक ये जादू कर सकती है जिससे कि हर कोई सोचने को मजबूर हो जाएगा। पिछले तीन महीने से हमारे रीडर्स एक ऐसे फॉर्मूले के लिए पागल हो रहे हैं जो कि महिलाओं और पुरुषों के सिर के बाल बड़ी ही तेजी और आसानी से उगा रहा है, वो भी बिना अपनी रोज की जिंदगी में कुछ बदले। ये अद्भुत करिश्माई फॉर्मूला सैंकड़ो टीवी शो में फ़ीचर किया जा चुका है और कई टेस्ट के बाद सबसे सेफ और सबसे असरदार पाया गया है। AIIMS से पढ़े और दुनिया भर में फेमस मेडिकल प्रैक्टिशनर डॉ. गौरव गुप्ता ने हेयर लॉस इंडस्ट्री के सबसे बड़े झूठ का पर्दाफाश किया है। ऐसा झूठ जिसे वे बरसों से छिपा रहे थे। डॉ. गुप्ता के इस खुलासे को सारी इंडस्ट्री छुपाने में लगी हुई है। बड़ी-बड़ी फार्मा और कॉस्मेटिक कंपनियां पागलों की तरह इस एक जबरदस्त तरीके को बैन करवाने में पूरी ताकत लगा रही हैं।
इससे पहले कि ये ऑर्टिकल भी हटवा दिया जाए, पढ़ते रहिये और जानिये कि कैसे आप मंहगी दवाओं और दर्द भरी सर्जरी के बिना नेचुरली बाल उगा सकते हैं। डॉ. गुप्ता की चौंकाने वाली ख़ोज… मुझसे हमेशा यही कहा गया कि मेरे गिरते हुए बालों का कोई इलाज नहीं है और फिर मुझे भी ना चाहते हुए ये मानना पड़ा कि मैं अब किसी ना किसी दिन पूरी तरह गंजा हो ही जाऊंगा। मैं हर रोज सुबह उठता और शीशा देखता। शीशा बस मुझे निराश ही करता था, क्योंकि मेरे बाल रोज घट रहे थे और गंजापन तेजी से आगे बढ़ रहा था। बालों को बचाने के लिये मैंने फॉर्मा कंपनियों के महंगे टॉक्सिक केमिकल सिर पर लगाना शुरू कर दिए। इन केमिकल्स की इतनी गंदी बदबू आती थी कि मेरी पत्नी दूसरे कमरे में जाकर सोने लगी, लेकिन अंदर से मुझे पता था कि सिर्फ बदबू ही इसका कारण नहीं था, मुझे यकीन था कि मैं अब अपनी पत्नी के लिये उतना सेक्सुअली अट्रैक्टिव नहीं था और इसकी वजह थी मेरे झड़ते बाल! मेरे झड़ते बालों से मेरा लुक, मेरी उम्र से 10 साल ज्यादा लगने लग गया था। मेरी पत्नी व्हाट्सएप्प पर ही लगी रहती थी और जब भी मैं कुछ बताने की कोशिश करता तो बस हां.. हूं..
करके फिर व्हाट्सएप्प पर स्माइल के साथ चैटिंग में लग जाती। एक वक्त था जब वो 24 घंटे मुझसे ही चिपकी रहती थी और मेरी ही बस हो जाती थी, लेकिन अब, जब भी मैं कुछ करने लगता था तो उसका सिर दर्द ही खत्म नहीं होता। मेरे झड़ते बालों ने मुझसे मेरी लव लाइफ छीन ली थी। मैंने हर तरह के तेल और केमिकल यूज किये, लेकिन इतना कुछ करने के बाद भी जब मैं बालों पर कंघी करता था तो पूरी कंघी झड़े हुए बालों से भर जाती थी। मैं काफी ज्यादा परेशान था। मेरे बाल झड़ने के साथ साथ मेरी जिदगी भी बर्बाद हो रही थी। अस्पताल में मेरी साथी डॉक्टर्स जो पहले मेरे साथ बैठकर लंच करती थीं, वो अब मुझे साथ में खाना खाने के लिये बुलाती भी नहीं थीं। हद तो तब हो गई जब मेरी कॉलेज की एक साथी ने मुझे भैया कह दिया। मैंने अपनी परेशानी अपने दोस्तों से शेयर की तो उनकी तरफ से भी कोई मदद नहीं मिली।
मेरे सभी दोस्त मुझे कहते थे की “गुप्ता, तुम हाथ पैर मारना बंद करो और समझो की तुम्हारे पुराने बाल कभी वापस नहीं आ सकते हैं और ये तुम्हे मान लेना चाहिए। कभी कभी मैं कमरे की दीवार पर टंगी अपनी शादी और कॉलेज टाइम की फोटो देखता और फिर दुःखी हो जाता। कॉलेज के वक्त मेरे लंबे बाल होते थे और हर कोई इनकी तारीफ करता था। कभी कभी लगता था कि बाल झड़ने के साथ साथ मेरा लुक, मेरा करियर और मेरी सारी ख़ुशियाँ भी गायब हो रही हैं। हालांकि बतौर डॉक्टर मुझे बाल झड़ने के पीछे के सभी साइंटिफिक कारणों का पता था। मुझे पता था कि मेरे शरीर में ज्यादा DHT बन रहा है जिसकी वजह से कोलेजन भी ज्यादा बन रहा है। यही कोलेजन धीरे धीरे मेरे बालों का गला घोंट रहा है। बालों को बढ़ने और जिंदा रहने के लिये जिन पोषक तत्वों की जरूरत होती है कोलेजन उन्हें बालों तक पहुंचने ही नहीं देता। कोलेजन फॉलिकल्स की अंदर की लाइन में जमा हो जाता है और खून को बालों तक नहीं पहुंचने देता, जिससे बालों का धीरे धीरे दम घुटने लग जाता है।
मैं ये भी जानता था कि हर दिन मेरे करीब 100 हेयर फॉलिकल्स (जहां से बाल बनते हैं) मर रहे हैं। ये आंकड़ा भले ही आपको कम लगे, लेकिन इसी स्पीड से अगर ये झड़ते रहे तो मैं अपने करीब 90 हज़ार फॉलिकल्स के साथ सिर्फ एक या दो साल में ही पूरी तरह से गंजा हो जाता। हर नए दिन के साथ मेरे बाल कम हो रहे थे। मेरी हेयरलाइन रोज कम होती जा रही थी। फिर ऐसा टाइम आ गया कि मैं बालों में हाथ भी फेरता था तो हाथ बालों से भर जाता। सुबह जब सोकर उठता तो तकिया बालों से भरा हुआ होता था। नहाने जाता तो कई बाल पानी के साथ बह जाते। मैंने बालों पर क्या कुछ नहीं लगाया। जिस किसी नई चीज के बारे में पता चला तो वही अपना ली। मुझे कुछ लगाने या खाने को कहा वो कर लिया। पर हाथ लगी तो बस निराशा। गंजे होने का डर मुझे अंदर ही अंदर खाने लगा।
हेयर लॉस पर जो कुछ भी लिखा गया था मैंने पढ़ लिया। मैं कई महीनों तक अलग-अलग चीजें पढ़ता रहा, पर कुछ नहीं मिला। फिर उस रविवार की रात, मैं हमेशा की तरह अकेले ही अपने कम्प्यूटर पर बैठा हुआ था। अचानक मेरी नज़र एक अजीब हेयर रिस्टोरेशन ट्रिक पर पड़ी। मैंने उस पर क्लिक किया तो पढ़ा कि अगर मैं इस एक अजीब फल जो कि अफ्रीकन देश कोंगो के जंगलों में पाया जाता है, उसको खाऊं तो मेरा ब्लड डीएचटी लेवल एकदम से कम हो जाएगा, जिससे नेचुरल तरीके से खुद ब खुद मेरे बाल दोबारा से उगना शुरू हो जाएंगे। अगर ऐसा हुआ तो बाल झ़ड़ने की जड़ ही खत्म हो जाएगी। इस फल के गुणकारी तत्व हमारे शरीर के प्रोस्टेट को ताकत देते हैं। प्रोस्टेट जब सही हो जाता है तो वो बाल झड़ने का मुख्य कारण यानि बढ़े हुए डीएचटी को हमारे खून में नॉर्मल कर देता है। सबसे अच्छी बात तो ये है कि ये सारी तकनीक नेचुरल होती है और यही करने का झांसा देकर अमरीकन फॉर्मा कंपनियां मेरी जिंदगी में जबरदस्ती हानिकारक केमिकल्स घोल रही थीं। मैंने इस अजीब फल के बारे में हर जगह पता कर लिया।
हर जगह ढूंढ लिया। यहां तक की भारत के सबसे अनुभवी किसानों से भी पूछा, लेकिन किसी को भी इस अजीब फल के बारे में कुछ पता नहीं था। मुझे हर तरफ से निराशा ही मिल रही थी। मैंने अब इसके लिये ऑनलाइन खोज शुरू कर दी। कई दिन कम्प्यूटर पर गुजार दिये। फिर एक दिन मैंने ऑनलाइन कुछ ऐसे लोग ढूंढे जो कि इन चमत्कारी फलों को बेच रहे थे, लेकिन उनके दाम बहुत ही ज्यादा थे (करीब 1.5 लाख रुपये प्रति किलो!)। फिर भी मैंनेे इस फल को पाने की चाह नहीं छोड़ी और अपनी खोज जारी रखी, क्योंकि यही मेरी आखिरी उम्मीद थी मेरे बाल वापस पाने की। कुछ दिन बाद मुझे ऑनलाइन एक शख्स मिला। इस शख्स की लंबी दाढ़ी थी और सिर पर लंबे बाल थे। ये शख्स उस फल को लाने के लिये हमेशा कोंगो के जंगलों में आता जाता रहता था। मैंने उससे बात की और कुछ कम पैसों में ही उसे मना लिया। कुछ दिन बाद उसने मेरे घर उस जादुई फल का थोड़ा सा मिश्रण भिजवा दिया। जब ये मिश्रण आया तो मैं काफी नर्वस था। मैं अंदर से डरा हुआ था, लेकिन मुझे ये भी पता था कि मेरे पास खोने के लिये कुछ नहीं है।
फिर उस रात बड़ी हिम्मत करके मैंने इसे खाना शुरू कर दिया। एक हफ्ते बाद, मैं हर रोज की तरह सुबह उठा और शीशे की तरफ जाने लगा। मुझे पता था कि रोज की तरह आज भी मुझे शीशा निराश ही करेगा। जैसे ही मैंने अपने सिर की तरफ थोड़ा ध्यान दिया तो मेरी आंखे खुली की खुली रह गईं। क्या ये सच था… मेरे सिर पर बाल फिर से उग रहे थे। मेरी हैरानी का कोई ठिकाना नहीं था, लेकिन ये डर भी मेरे दिल में था कि कहीं ये नए बाल कुछ वक्त के लिये ही ना हों.ऐसा ना हो कि ये जैसे उगे हैं वैसे गिर भी जाएं ? इसी शक को दूर करने के लिये मैंने बाल उगाने के इस एक जादुई फॉर्मूले को अगले हफ्ते भी खाना जारी रखा। अद्भुत! दूसरा हफ्ता आते आते मेरा सिर जहां-जहां से गंजा हो चुका था, वो छोटे छोटे नए बालों से भरने लगा! मैं पूरी तरह से शॉक्ड था, नए बाल और वो भी सिर्फ 2 हफ्ते में ?
मैंने बतौर डॉक्टर और बाल झड़ने वाले शख्स के तौर पर इतने सालों में ये पहली बार देखा था। सबसे बढ़िया पार्ट तो तब आया जब मैं इस हेयर री-स्टोरेशन ट्रिक को इस्तेमाल करते तीसरे हफ्ते में पहुंच गया। मैं और मेरी पत्नी दोनों शॉक्ड रह गए, जब हमने देखा कि मेरी हेयरलाइन फिर से बालों से भर गई है और जहां जहां से बाल टूट रहे थे वहां पर वो घने हो गए हैं, ऐसा सालों में पहली बार हुआ था। मेरे बाल क्या उगना शुरू हुए मेरी पत्नी का मेरी तरफ व्यवहार बिलकुल बदलने लगा, मुझे ये बताते हुए खुशी हो रही है कि मेरी लव लाइफ इतनी अच्छी हो गई जितनी कभी भी नहीं थी। बाल बढ़ाने के इस एक चमत्कारी तकनीक पर मैंने पहले दिन से भरोसा किया। मैंने इसे बिना भूले इस्तेमाल किया और उसका बोनस ये मिला कि मेरा अटरैक्टिव लुक मुझे वापस मिल गया। काम करते वक्त अस्पताल की खूबसूरत लड़कियां अब जानबूझकर मेरे कंधे पर हाथ रख कर मुझसे फ्लर्ट करती हैं। हमारी रिसेप्सनिष्ट अब रात को 9 बजे मुझे किसी भी बहाने से मैसेज भेजकर बात करने की कोशिश करती है। नर्सें तो मुझे कहतीं कि आप अपने नए बालों में बहुत “सेक्सी” लग रहे हो, हमारे साथ भी कभी फिल्म देखने चलो। मैंने अपनी पूरी ज़िंदगी में इतना कॉन्फिडेंट फील नहीं किया था।
संडे के दिन जब मैं अपना पुराना हेयरस्टाइल बनाकर फिल्म देखने गया तो मेरे सभी दोस्त हैरान रह गए। कुछ दोस्तों ने जब मुझे पहली बार देखा तो वो पहचान भी नहीं पाए और हो भी क्यों ना ये सब इतनी जल्दी हुआ था कि मुझे खुद विश्वास नहीं हो रहा था। ये ट्रिक दोबारा बाल कैसे उगाती है? सुनने में थोड़ा अजीब लगेगा लेकिन मैं आपको बताता हूं कि आखिर ये जादुई नुस्खा काम कैसे करता है। जैसा की आपको पता है कि Dihydrotestosterone यानि डीएचटी और कोलेजन दोनो ही बाल झड़ने का मुख्य कारण होते हैं। डीएचटी हमारे हेयर फॉलिकल्स के अंदर कोलेजन की मात्रा को बढ़ाने लगता है। जब फॉलिकल्स के अंदर की लेयर में बहुत ज्यादा कोलेजन इकट्ठा हो जाता है तो खून में मिले पोषक तत्व बहुत कम मात्रा में बालों तक पहुंच पाते हैं और बाल कमजोर हो जाते हैं। जैसे- जैसे कोलेजन की मात्रा और बढ़ती है तो ये लाइन पूरी तरह से बंद हो जाती है। खून की सप्लाई नहीं होने से पहले तो बालों की चमक खत्म होती है और फिर ये पतले हो जाते हैं और धीरे धीरे टूट कर मरने लग जाते हैं। कई सर्वे और स्टडी में ये पाया गया है कि जिन महिला और पुरुषों के बाल झड़ते हों या गंजे हैं, उन्हे अपोजिट सेक्स को अटरैक्ट करने में और अच्छी नौकरी पाने में बहुत मुश्किलें आती हैं। हाल ही में हुए लाइफस्टाइल सर्वे के मुताबिक जिन लड़कों के बाल झड़ रहे हैं या वो गंजे हो रहे हैं उन्हें मैट्रिमोनियल वेबसाइट पर दूसरे लड़कों के मुकाबले लड़कियां 75% कम जवाब देती हैं।
ऐसे लोगों में डिप्रेशन के केस ज्यादा पाए गए हैं। साथ ही लोगों के बीच उठने बैठने में शर्म महसूस करना और आत्मविश्वास की कमी उनमें देखी गई है। अगर साफ शब्दों में कहूं तो बाल झड़ना आपकी जिंदगी के हर पहलू पर नेगेटिव असर डालता है, लेकिन यहां पर ये चमत्कारी हेयर रिस्टोरेशन ट्रिक काम करती है। ये नुस्खा कुछ ऐसे चुनिंदा बेहतरीन तत्वों से बनाया गया है जो कि सालों से बालों का गला घोंट रही कोलेजन को ही खत्म कर देते हैं। मतलब आपके फॉलिकल्स फिर से ठीक होकर मजबूती से दोबारा बाल उगाने लगते हैं। इसका सीधा मतलब यही हुआ कि आपके बाल जो कि सालों से झड़ रहे थे वो अब पूरी तरह से वापस आ जाएंगे! गंजेपन से जूझता हुआ वो हर एक व्यक्ति जो कि रोज बाल झड़ने के मानसिक दर्द को सहन करता है उनके लिये ये तरीका बाहर आना जरूरी था और इसलिये मैंने अपने मेडिकल लाइसेंस को इस्तेमाल में लाने की ठानी। मैंने जादुई फलों का एक्सट्रेक्ट निकाला, फिर उसे सुखाया और फिर कन्डेंस कर के एक कैप्सूल में डाला । कैप्सूल को मैंने नाम दिया Refollium। मुझे पता था कि मैंने बहुत अच्छा काम किया है। वो लाखों महिलाएं और पुरुष जो कि अपने बालों के लिये कोई नेचुरल फॉर्मूला ढूंढ रहे थे मैंने उनकी मदद की है। पर मुझे पता नहीं था कि मेरा ऐसा करने से लालची फार्मा कंपनियां, डॉक्टर्स और अस्पताल वाले खुन्नस में आ जाएंगे।
इसमें कोई शक नहीं है कि मेरा नेचुरल तरीके से बाल उगाने बाला नुस्खा इन सभी के महंगे और हानिकारक ट्रीटमेंट्स से काफी बेहतर है, लेकिन ये बात फॉर्मा कंपनियों को अच्छी नहीं लग रही और वो हमें बैन कराने की पूरी कोशिश में लगे हुए हैं। Refollium उन सभी फ़िजूल के ख़र्चों से बचाता है जो खुद की जेब भरने के लिए मेडिकल इंडस्ट्रीज़ ने खड़े किये हैं। ये सर्जरी और हानिकारक केमिकल की जगह बाल उगाने का एक सबसे सस्ता और नेचुरल तरीका है। इसका रहस्य है नेचुरल तालमेल। अफ्रिकन फल के साथ साथ Refollium में कुछ ऐसे बेहतरीन तत्व डाले गए हैं जो साइंटिफिकली डिजाइन्ड हैं और बाल झड़ने को जड़ से खत्म कर देते हैं। नेचुरल तरीके से मिलने वाले सबसे असरदार मिश्रण और दुनिया का सबसे बेस्ट साइंटिफिकली मेथड लगाकर Refollium इस तरह से बनाया गया है कि ये बाल झड़ने के मुख्य कारण,
यानि डीएचटी और कोलेजन के ज्यादा बनने की प्रोसेस को कम करता है। यही नहीं Refollium में कई विटामिन भी डाले गए हैं जो कि बालों की ग्रोथ और उनको मजबूती देने के लिये प्रोवेन हैं। ये एक सच है : Refollium एक बेहतरीन तरीके से साइंटिफिकली डिजाइन्ड है जो कि महिला और पुरुषों के बाल झड़ने और पतले होने कि हर स्टेज पर काम करता है। Ankur Banerji Main meri wife ko bahut thanks bolna chahta hu. maine almost sab kuch try kar liya tha aur aakhir me hair loss ke sath hi zindagi gujarne ko majboor ho chuka tha. Refollium ne mujhe mere hair aur confidence dono hi wapis louta diye. about 1 week ago . Delhi, India
२. दिल्ली की कुतुबमीनार २७ जैन मंदिरों को तोड़कर बनाई गई।
३. सेंट जेवियर ने आज से लगभग ५०० वर्ष पूर्व २०००० जैनों को तोप से मार डाला क्योंकि उन्होंने क्रिश्चियन बनने से मना कर दिया था।
४. चीन में लगभग १३०० वर्ष पूर्व २८००० जैन मंदिर थे।
५. इजराइय देश में मात्र २ भगवानों की पूजा होती है, पहले आदिनाथ के पिता नाभिराय की एवं दूसरे उनकी माता मरूदेवी की। आज भी क्षमावाणी के दिन जैविश लोग सफेद कपड़े पहनते हैं, लिफ्ट का प्रयोग नहीं करते और परस्पर से सॉरी बोलते हैं।
६. तिरुपती बालाजी का प्रसिद्ध जैन मंदिर है। इसमें २१वें तीर्थंकर भगवान नेमीनाथ का काले पाषाण की प्रतिमा है।
७. नेपाल के सारे मंदिरों में पशुओं की बलि दी जाती है। परन्तु पशुपतिनाथ के मंदिर में बलि नहीं दी जाती, पहले वह एक जैन मन्दिर था। ८. उड़ीसा का जगन्नाथपुरी का प्रसिद्ध मंदिर जैन मंदिर है।
९. उत्तराखंड का बद्रीनाथ का मंदिर जैन मंदिर है, यहाँ जैन विधि से प्रक्षाल होता है। १०. सोलहवीं सदी में गोवा राज्य पूरा जैन राज्य था।