सर्दियों में इन ५ परेशानियों को न करें नजरअंदाज, ये हो सकती है घातक
सर्दी के इस मौसम में सभी को सेहत संबंधी छोटी—मोटी परेशानियों का सामना करना ही पड़ता है। लेकिन यदि इन परेशानियों को नजर अंदाज किया जाए तो ये घातक बीमारी का रूप ले सकती हैं। इसलिए एहतियात जरूरी है। हम आपको सर्दियों में होने वाली दिक्कतों से कैसे बचा जाए, इनके बारे में बता रहे हैं।
आंख की परेशानी
इस मौसम में आंखों से पानी आना या खुजली होने की समस्या बढ़ जाती है। गाड़ी चलाते वक्त या तेज हवा के संपर्क में आने पर आंखों से पानी आता है। इसे हल्के में नहीं लें।
१. क्या हो सकता है: आंखों में पानी आने से हम इन्हें बार—बार पोंछते हैं। इससे आंखें ड्राय होने लगती हैं। समस्या बढ़ने पर यह ड्राय आई सिंड्रोम का रूप ले लेती है।
२. क्या करें: आंखों को हर तीन घंटे बाद साफ पानी से धोएं । जब भी समय मिले, आखों को कुछ देर के लिए हाथों से ढंककर बैठ जाएं।
बुखार
बदलते मौसम में बहुत से लोगों को बुखार की समस्या हो जाती है। यदि बुखार बना रहता है या कुछ दिनों के अंतराल पर बार—बार आता है तो इसे गंभीरता से लेना चाहिए। क्या हो सकता है : जब बुखार सामान्य इलाज से ठीक न हो तो सतर्कता बहुत जरूरी हो जाता है। लंबे समय तक चलने वाला बुखार टीबी या डेंगू भी हो सकता है। क्या करें:खून की जांच सही बीमारी का पता लगाने का सबसे कारगर तरीका है। जब बुखार चार दिनों से अधिक चलता है , तो यह परीक्षण बेहद जरूरी हो जाता है। इसके बाद डॉक्टर से दवा लेकर इलाज करना जरूरी है।
जुकाम
इस मौसम में सर्दी—जुकाम आम है। मौसम में बदलाव के कारण हम संक्रमण के शिकार हो जाते हैं। ऐसा होने पर नाक बहना, कफ बनना, छींक आना और अन्य परेशानियां होती है। क्या हो सकता है: सर्दी को नजरअंदाज करने से आपको छाती में कफ जमा होने की समस्या हो सकती है। एक हफ्ते से ज्यादा चली सर्दी या जुकाम के लिए इलाज की सख्त जरूरत होती है। क्या करें: जुकाम होने पर घरेलू उपायों से इसे ठीक करने की कोशिश करें। यदि तीन—चार दिनों में कोई फायदा्ना हो तो डॉक्टरी सलाह से दवा लेना न भूलें।
सिरदर्द
ठंड में हवाओं के कान और नाक से प्रवेश करने से सिरदर्द हो जाता है । यह दर्द कुछ देर बाद ठीक हो जाता है, लेकिन यदि दर्द बना रहे तो परेशानी का सबब बन सकता है। क्या हो सकता है: ज्यादा समय तक बने रहने वाला सिरदर्द माइग्रेन या साइटिका का कारण बन सकता है। जब बार—बार सिरदर्द हो तो समझ जाना चाहिए कि यह किसी गंभीर परेशानी की ओर इशारा कर रहा है। क्या करें: घरेलू नुस्खों से इसका इलाज कारगर रहता है, लेकिन यह हमेशा काम नहीं करता। जब ठंड के मौसम में बाहर निकलें तो मुंह को ठीक से बांधकर निकलना ही सबसे कारगर उपाय है।
भूख का बढ़ना
सर्दियों में पाचन ठीक होने के कारण भूख ज्यादा लगती है । यह कुछ मामलों में तो अच्छा है, लेकिन यदि यह भूख आपकी रूटीन को डिस्टर्ब करती है तो इससे सतर्क रहना बहुत जरूरी हो जाता है। क्या हो सकता है: भूख बढ़ने से अधिक खाने के कारण पाचन तंत्र में गड़बड़ी की आशंका रहती है। इसके साथ ही इस मौसम में लिया गया आहार शरीर पर जल्दी असर करता है। क्या करें : अपनी रूटीन को एकदम से न बदलें। जब भूख लगे तो हल्का और सुपाच्य भोजन करें।ज्यादा फैट वाला या गरिष्ठ भोजन करने से बचना चाहिए। खाने के बाद टहलने की आदत बनाएं।
क्या खाएं , क्या ना खाएं
१. हल्का और पचाने वाला भोजन करें, साथ ही ताजा और गर्म खाना खाएं।
२. अपने भोजन में तरल पदार्थों की मात्रा बढ़ाएं, इससे आपको शीघ्र स्वस्थ होने में मदद मिलेगी। आपके लिए टमाटर, हरी सब्जियां और सूप पीना बहुत फायदेमंद होगा।
३. सर्दी—जुकाम होने पर खाने में बड़ी इलायची, लौंग, काली मिर्च , दालचीनी, तेजपत्ता और अदरक जैसे गरम मसालों का इस्तेमाल पर्याप्त मात्रा में करें। इन मसालों में सर्दी—जुकाम ठीक करने की क्षमता होती है।
१. खाने में लाल मिर्च का ज्यादा प्रयोग न करें।
२. आइसक्रीम, कोल्डड्रिंक और प्रिज के पानी से बचें।