नगों में एक शक्तिशाली नग मूंगा भी है। इसे समुद्र की तलहटी से निकाला जाता है। मूंगा मंगल ग्रह का नग है। यह कई रंगों में उपलब्ध होता है जैसे गहरा लाल, हल्का लाल, सफेद, भूरा आदि। ज्योतिष व आयुर्वेद के अनुसार हलका लाल रंग का मूंगा ही उपयुक्त होता है। मंगल ग्रह शक्ति का प्रतीक है और मूंगा मंगल की शक्ति का पूरक है। यानी जब भी शक्ति की कमी हो, मूंगा काम में लाया जा सकता है। लड़के या लड़की का मंगली होना मंगल ग्रह की अशुद्धता की निशानी है। यह अशुभता कभी—कभी हमारे शरीर में खून की कमी या हड्डियों में मज्जा की कमी पैदा कर देती है। मंगल ग्रह की कमजोरी से छोटे बच्चों पर नजर, भूत—प्रेत व ऊपरी हवाओं का असर आ सकता है। इस ग्रह के कमजोर होने से कई तरह की बीमारियाँ लग जाती हैं जैसे नपुंसकता, स्तन कैंसर, उच्च रक्तचाप व फेफड़ों के रोग । इन सबको मूंगा पहनने से ठीक किया जा सकता है।
यदि आपकी पत्री में जन्म लग्न में प्रथम,चौथे, सप्तम, अष्टम या १२ वें भाव में मंगल स्थित हो तो आमतौर पर आप मंगली माने जाते हैं। ऐसी कन्या अपने वर के लिए या वर कन्या के लिए हानिकारक माना जाता है। मंगली होने पर आप मूंगा पहने। मूंगा तभी पहने जब आपके आत्मविश्वास में कमी हो या यदि आप उस लग्न में जन्में व्यक्ति हैं, जिसके लिए मंगल ग्रह योग कारक या लाभदायी होता है। यदि आप कर्क, सिंह या धनु लग्न में पैदा हुए हैं तो मंगल आपके लिए योग कारक ग्रह है। ऐसे में आप मूंगा पहन सकते हैं। यदि आपके जन्म के समय मेष, कर्क, सिंह, तुला या धनु लग्न उदित था तो भी आप मूंगा पहन सकते हैं, क्योंकि इन लग्नों के लिए मंगल शुभ फलदायी होता है। बाकी लग्नों में पैदा हुए हैं तो आपको मूंगा सोच—विचार कर पहनना चाहिए। कन्या लग्न के व्यक्तियों की पत्री में यदि मंगल दसवें भाव में हो, सिंह व मकर लग्न के व्यक्तियों की पत्री में यदि मंगल ११ वें व पंचम भाव में हो तो मूंगा पहना जा सकता है। कर्क व धनु लग्न के व्यक्ति यदि अपनी पुत्री में १२ वें या दसवें भाव में मंगल को पाएं तो मूंगा पहन सकते हैं। सिंह व मीन लग्न के स्त्री व पुरूषों की पत्री में यदि मंगल चौथे या दूसरे स्थान में बैठा है तो मूंगा पहना जा सकता है। इसके अलावा यदि मंगल आपकी पत्री में वक्री है और मंगल, मिथुन, कर्क, सिंह, तुला, वृश्चिक या मीन राशियों में स्थित है तो भी मूंगा पहना जा सकता है। यदि आप ध्यान से देखेंगे तो शास्त्रों के अनुसार मेष, वृश्चिक वाले खास स्थिति में और कर्क, सिंह, तुला व धनु लग्न वाले हर स्थिति में मूंगा पहन सकते हैं। इसका मतलब हुआ कि अगर आपका लग्न वृषभ, मिथुन, कन्या, मकर, कुंभ या मीन है तो आपको पंडित की सलाह लेकर ही मूंगा पहनना चाहिए।
व्यक्ति के लिए खास परिस्थितियों में मूंगा पहनने की जरूरत होती हैं। आप खिलाडी हैं तो मूंगा पहनने से आप में स्फूर्ति आएगी। पुलिस या सेना में हैं और कमजोरी महसूस करें तो मूंगा पहन सकते हैं। जो नेता विरोधियों से दब जाते हैं वे भी आंशिक रूप से मूंगा पहन सकते हैं। आप कुछ खास बीमारियों के लिए मूंगा धारण कर सकते हैं— जैसे खून की कमी, पेट के रोग, पीलिया, मधुमेह, बवासीर, त्वचा व दिमागी रोग, बोन कैंसर, जोड़ों का दर्द, नसों की बीमारी व डिप्रेशन, कोढ़, मियादी बुखार, मूत्रविकार, नेत्ररोग व मोटापे को कम करने में भी मूंगा उपयोगी सिद्ध होता है। सुन्दरता व यौवन में निखार के लिए भी मूंगा पहन सकते हैं। सुस्त बच्चे को भी मूंगा पहनाया जा सकता है। मूंगा कीमती नग नहीं है। आप जब खरीदें तो उसके रंग को देखें। यह चमक दार लाल टमाटरी रंग का होना चाहिए, नग के अन्दर या बाहर कोई दरार नहीं होनी चाहिए। बच्चे के लिए २ से ४ रत्ती और वयस्कों के लिए ५ से ७ रत्ती के वजन का मूंगा सोने की अंगूठी में जड़वा कर मंगलवार को पहना जा सकता है। अभिमंत्रित व सही विधि से पहना नग ही फलदायी होता है।