सर्दियों में ड्राय फ्रूड्स खाने की सलाह दी जाती है दरअसल सर्दियों में ठंड से बचने के लिए गर्म चीजे खायी जाती है और खजूर और छुआरा गर्म होते है। छुहारा और खजूर एक ही पेड़ की देन है। इन दोनों की तासीर गर्म होती है और ये दोनों शरीर को स्वस्थ रखने , मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। खजूर में कैल्शियम सभी भरपूर मात्रा में होता है।
१. गर्म तासीर होने के कारण सर्दियों में तो इसकी उपयोगिता और बढ़ जाती है।
२. खजूर में छुहारे से ज्यादा पौष्टिकता होती है। खजूर मिलता भी सर्दी में ही है।
३. अगर पाचन शक्ति अच्छी हो तो खजूर खाना ज्यादा फायदेमंद है।
४. छुहारे का सेवन तो सालभर किया जा सकता है, क्योंकि यह सूखा फल बाजार में सालभर मिलता है।
५. छुहारा यानी सूखा हुआ खजूर आमाशय को बल प्रदान करता है।
६. छुहारे की तासीर गर्म होने से ठंड के दिनों में इसका सेवन नाड़ी के दर्द में भी आराम देता है।
७. छुहारा खुश्क फलों में गिना जाता है, जिसके प्रयोग से शरीर हष्ट—पुष्ट बनता है। शरीर को शक्ति देने के लिए मेंवों के साथ छुहारे का प्रयोग खासतौर पर किया जाता है।
८. छुहारे व खजूर दिल को शक्ति प्रदान करते हैं। यह शरीर में रक्त वृद्धि करते हैं।
९. साइटिका रोग से पीड़ित लोगों को इससे विशेष लाभ होता है। खजूर के सेवन से दमे के रोगियों के फेफडों से बलगम आसानी से निकल जाता है।
१०. लकवा और सीने के दर्द की शिकायत को दूर करने में भी खजूर सहायता करता है।
११. भूख बढ़ाने के लिए छुहारे का गूदा निकाल कर दूध में पकाएं। उसे थोड़ी देर पकने के बाद ठंडा करके पीस लें। यह दूध बहुत पौष्टिक होता है इससे भूख बढ़ती है और खाना भी पच जाता है।
१२. प्रदर रोग स्त्रियों की बड़ी बीमारी है। छुहारे की गुठलियों को कूट कर घी में तल कर, गोपी चन्दन के साथ खाने से प्रदर रोग दूर हो जाता है। छुहारे को पानी में भिगों दें। गल जाने पर इन्हें हाथ से मसल दें। इस पानी का कुछ दिन प्रयोग करें, शारीरिक जलन दूर होगी।
१३. अगर आप पतले हैं और थोड़ा मोटा होना चाहते हैं तो छुहारा आपके लिए वरदान साबित हो सकता है, लेकिन अगर मोटे हैं तो इसका सेवन सावधानीपूर्वक करें।
१४. जुकाम से परेशान रहते हैं तो एक गिलास दूध में पांच खजूर डालें । पांच दाने काली मिर्च, एक दाना इलायची और उसे अच्छी तरह उबाल कर उसमें एक चम्मच घी डालकर रात में पी लें। सर्दी—जुकाम बिल्कुल ठीक हो जाएगा।
१५. दमा की शिकायत है तो दो—दो छुहारे सुबह—शाम चबा—चबा कर खाएं। इससे कफ व सर्दी से मुक्ति मिलती है।
१६. घाव है तो छुहारे की गुठली को पानी के साथ पत्थर पर घिस कर उसका लेप घाव पर लगाएं, घाव तुरंत भर जाएगा।
हस्तिनापुर टाईम्स, ९ फरवरी २०१५