कातंत्र रूपमाला- श्री शर्ववर्म आचार्य द्वारा रचित संस्कृत व्याकरण का एक अपूर्व ग्रन्थ है , जिसके अध्ययन से जैन व्याकरण का पूर्ण ज्ञान प्राप्त होताहै । पूज्य गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी द्वारा हिन्दी टीका हुई है ।