ऋषभदेव भगवान- आदिनाथ भगवान २४ तीर्थंकर में से प्रथम तीर्थंकर है”आदिनाथ भगवान ने 1 वर्ष 39 दिन का योग निरोध लिया था” 1 वर्ष 39 दिन के पश्चात हस्तिनापुर के श्रेयांस रानी सोमप्रभ के द्वारा विधि मिलने पर पड़गाहन हुवा” राजा श्रेयांस रानी सोमप्रभ ने प्रथम आहार इक्षु रस का दिया” तभी से यह अक्षय तृतीया पर्व मनाया जाता है”