पड़ने में यह बात आपको अटपटी भले ही लगें, पर है सच! अकेलेपन का हमारी सेहत पर नकारात्मक असर से तो आप वाकिफ ही होंगी | पर, एक नए अध्यन के मुताबिक अकेलेपन के कारण के कारण टाइप-टू डायबिटीज का खतरा दोगुना हो जाता है | नीदरलैंड के मास्ट्रिक्ट युनिवर्सिटी के शोधकर्ताओ के द्वारा यह अध्यन में पाया कि महिलाएं सामाजिक रूप से सक्रिय नहीं रहती हैं और दोस्तों आदि से नहीं मिलती – जुलती है, उन्हें टाइप-टू डायबिटीज होनें का खतरा 112% ज्यादा होता है |