नाम एवं पता | श्री 1008 दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र चौबीसी मन्दिर, ग्यारसपुरग्राम / तहसील – ग्यारसपुर, जिला विदिशा (मध्यप्रदेश) पिन – 464331 |
टेलीफोन | 07596263222, 082692 52080 |
क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ |
आवास : कमरे (अटैच बाथरूम) निर्माणाधीन, कमरे (बिना बाथरूम) -2 हाल – 1 ( यात्री क्षमता 15 ), गेस्ट हाउस शासकीय यात्री ठहराने की कुल क्षमता – 25. भोजनशाला : नहीं, विद्यालय : नहीं, औषधालय : है, पुस्तकालय : नहीं |
आवागमन के साधन | रेल्वे स्टेशन : विदिशा – 37 कि.मी.
बस स्टेण्ड पहुँचने का सरलतम मार्ग : ग्यारसपुर बस द्वारा विदिशा सागर सड़क मार्ग पर स्थित |
निकटतम प्रमुख नगर | विदिशा 37 कि.मी., सागर- 80 कि.मी., |
प्रबन्ध व्यवस्था | संस्था :दि. जैन अतिशय क्षेत्र चौबीसी मन्दिर कमेटी, ग्यारसपुर
अध्यक्ष : श्री नरेश कुमार जैन (09907755500) मंत्री : श्री रूपेन्द्र जैन (09993602776) प्रबन्धक : श्री सुरेन्द्रकुमार गोयल |
क्षेत्र का महत्व | क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 01
क्षेत्र पर पहाड़ : है माला देवी (सीधी चढ़ाई हैं)। 1 कि.मी. वाहन पहाड़ पर जाते है। ऐतिहासिकता : इस क्षेत्र पर अतिशयकारी चौबीसी जिन बिम्ब विद्यमान हैं। 10 वीं शताब्दी का दिगम्बर जैन मन्दिर दो पहाड़ियों के मध्य कला का अद्भुत नमूना है। वज्रमठ मन्दिर भी उच्च कलाकोटि का जैन मन्दिर है । नगर के भीतर बाहर अनेक पुरावशेष बिखरे पड़े हैं। किंवदन्ती है कि राजा श्रीपाल का कुष्ठ रोग यहाँ के मानसरोवर तालाब से दूर हुआ था। कुछ विद्वानों के अनुसार यह क्षेत्र भगवान शीतलनाथ की तपोभूमि और दो कल्याणक क्षेत्र है। भगवान पार्श्वनाथ की खड्गासन 4 फुट 9 इंच की प्रतिमा है। लगभग 50 वर्ष पूर्व किन्हीं अज्ञात कारण से प्रतिमा में से पसीना निकला था। जो हवन शुद्धि पर बंद हुआ। |
समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र | विदिशा (उदयगिरि की गुफाऐं) – 37 कि.मी., भोपाल – 93 कि.मी. |