नाम एवं पता | श्री 1008 नेमिनाथ भगवान दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र, नवागढ़ ग्राम-उखलद, पो. / तह.- पिंपरी – (देशमुख), जिला – परभणी (महाराष्ट्र) पिन – 431401 |
टेलीफोन | 02452-291671, 098506 55758 |
क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ | आवास : कमरे ( अटैच बाथरूम) – 15, कमरे (बिना बाथरूम) 64, हाल – 3, (यात्री क्षमता – 200+200 + 150 ), गेस्ट हाऊस – 6 यात्री ठहराने की कुल क्षमता 500.
भोजनशाला : है, अनुरोध पर सशुल्क, विद्यालय : है, औषधालय : नहीं, पुस्तकालय : है |
आवागमन के साधन | रेल्वे स्टेशन : मरखेल – 3 कि.मी. परभणी- 20 कि.मी
बस स्टेण्ड पहुँचने का सरलतम मार्ग : परभणी- 20 कि.मी., त्रिधारा 7 कि.मी. रेल्वे, सड़क मार्ग से व्हाया परभणी |
निकटतम प्रमुख नगर | परभणी- 18 कि.मी. |
प्रबन्ध व्यवस्था | संस्था :n श्री 1008 नेमिनाथ भगवान दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र, नवागढ़
अध्यक्ष : श्री माणिकचन्दजी विनायके (02451-222387, 09422192290) मंत्री : श्री माणिकराव तरटे, परभणी (02452-221065) प्रबन्धक : श्री अशोक सोनटक्के (09850655758) |
क्षेत्र का महत्व | क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 03, आचार्य 108 आर्य नन्दी महाराज दर्शन स्थल स्मारक- 1 (प्रेक्षणीय) बगीचा
क्षेत्र पर पहाड़ : नहीं ऐतिहासिकता : प्राचीनकाल में यह क्षेत्र 2 कि.मी. दूर पूर्णा नदी के तट पर बसा था। बाढ़ में मंदिर ढह गया, अत: सन् 1931 में यहाँ ( नवागढ़) में मूर्तियाँ विधिवत स्थापित की गई। जनश्रुति है कि नेमिनाथ की मूर्ति के चरणगुष्ठ में पारसमणि थी। निज़ाम सरकार ने जब उसे लोभवश लेना चाहा तो वह स्वयं छिटक कर नदी में लुप्त हो गई। विशेष जानकारी : नेमिनाथ जन्मोत्सव श्रावण शुक्ल 6, रथोत्सव माघ शुक्ल 5 से 7 तक धूमधाम से मनाया जाता है। वात्सल्यमूर्ति परम पूज्य श्री 108 आचार्य आर्य नन्दी महाराज का समाधिमरण माघ शुक्ल 2 दिनांक 7 फरवरी, 2000 को इसी क्षेत्र पर हुआ। उनकी पावन स्मृति में 43’×43′ आकार के भव्य स्मारक है। क्षेत्र पर संचालित गुरुकुल में संगणक – 15, कलरप्रिंटर – 3, स्केनर आदि आधुनिक सुविधायें उपलब्ध हैं। |
समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र | शिरड़ शहापुर – 50 कि.मी., नेमगिरि- 70 कि.मी., आसेगांव – 40 कि.मी., शेलगांव 50 कि.मी. |