नाम एवं पता | श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र नेमगिरि संस्थान, नेमगिरि, जिंतूर मेनरोड, जिंतूर, जिला- परभणी (महाराष्ट्र) पिन – 431509 |
टेलीफोन | 097667 20520 |
क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ | आवास : कमरे (अटैच बाथरूम) – 6, कमरे (बिना बाथरूम ) – 18, हाल- 4, (यात्री क्षमता प्रत्येक 50 ), गेस्ट हाऊस 4, यात्री ठहराने की कुल क्षमता-500. अन्य संस्था : श्री विघ्नहर नेमीनाथ गोशाला, नेमिगिरि, 4 ब्लॉक x 3 रूम
भोजनशाला : है, अनुरोध पर सशुल्क, विद्यालय : नहीं, औषधालय : नहीं, पुस्तकालय : नहीं |
आवागमन के साधन | रेल्वे स्टेशन : परभणी- 43 कि.मी.
बस स्टेण्ड पहुँचने का सरलतम मार्ग : जिंतूर – 3 कि.मी. जिंतूर सड़क मार्ग बायपास येलदरी रोड से नेमगिरि 4 व्हीलर के लिये शहर में से मेनरोड़ से नेमगिरि सीधा |
निकटतम प्रमुख नगर | परभणी 43 कि.मी., औरंगाबाद- 160 कि.मी., नांदेड- 110 कि.मी. |
प्रबन्ध व्यवस्था | संस्था : श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र नेमगिरि संस्थान, जिंतूर
अध्यक्ष : श्री मनोहर साहूजी कलमकर, (09422925466) मंत्री : श्री वीरकुमार साहूजी कलमकर (02457-221564, 9766412500) श्री धन्यकुमार सावजी कलमकर (02457-220123, 09403585548) प्रबन्धक : श्री बंसीलाल गोरे (097667 20520) |
क्षेत्र का महत्व | क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 02 (कुल गुफाएँ-7)
क्षेत्र पर पहाड़ : 02 पहाड़ है। नेमगिरि पर वाहन जाते हैं, चन्द्रगिरि पर 250 सीढ़ियाँ है । ऐतिहासिकता : नेमगिरि व चन्द्रगिरि पर मंदिर एवं 7 गुफाएँ चक्रव्यूहाकार हैं। तीन नम्बर गुफा में भगवान शांतिनाथ की 6 फीट ऊँची पद्मासन प्रतिमा, चौथी गुफा में मूलनायक नेमिनाथ भगवान की सवा सात फीट ऊँची पद्मासन प्रतिमा एवं पांचवीं गुफा में पार्श्वनाथ भगवान की 9 टन वजन वाली 6 फीट ऊँची पद्मासन प्रतिमा भूमि से ऊपर अधर (अंतरिक्ष) में विराजित है। विशेष जानकारी : चन्द्रगिरि पर प्राचीन चौबीसी मन्दिर है। वार्षिक मेला : भाद्रपद कृष्ण पंचमी, भनेमिनाथ जन्म |
समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र | नवागढ़ – 60 कि.मी., आसेगांव – 70 कि.मी., शिरड शहापुर – 50 कि.मी. कनेर – 190 कि.मी., एलोरा- 185 कि.मी. |