नाम एवं पता | श्री चन्दप्रभु दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र, मेहन्दवास- टोंक ग्राम मेहन्दवास, जिला टोंक (राजस्थान) |
टेलीफोन | 01432 247489, 288606, 099509 78740, 075684 12109 |
क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ | आवास : कमरे (अटैच बाथरूम) कमरे (बिना बाथरूम ) – 20 हाल- 2, – x गेस्ट हाऊस – x यात्री ठहराने की कुल क्षमता 15
भोजनशाला : नहीं, विद्यालय : नहीं, औषधालय : नहीं, पुस्तकालय : नहीं |
आवागमन के साधन | रेल्वे स्टेशन : टोंक नगर 11 कि.मी.
बस स्टेण्ड पहुँचने का सरलतम मार्ग : राष्ट्रीय राजमार्ग क्र. 12 पर टोंक से मेहन्दवास बस सुविधा 24 घंटे उपलब्ध |
निकटतम प्रमुख नगर | टोंक 11 कि.मी. |
प्रबन्ध व्यवस्था | संस्था : श्री चन्द्रप्रभु दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र, प्रबंध समिति (द.) मेहन्दवास
अध्यक्ष : श्री रतनलाल जैन कंसल बनेठा (01436268423, (नि.) 268041) मंत्री : श्री बाबूलाल जैन (देवली वाले), टोंक ( 01432-247489 ) |
क्षेत्र का महत्व |
क्षेत्र पर पहाड़ : नहीं ऐतिहासिकता : दिनांक 19.9.1981 को आसोज बदी षष्ठी के दिन जिला टोंक से 11 कि.मी. कोटा मार्ग पर ग्राम में एक खेत में मेढ़ बनाते समय एक युवक दुर्गानाथ के हाथों देवाधिदेव भगवान चन्द्रप्रभु की सफेद पाषाण की प्रतिमा प्रकट हुईं जो कि 11 इंच की है। यह प्रतिमा मनोज्ञ एवं चमत्कारी है। संभवत: यह प्रतिमा सं. 135 की है। मूर्ति की प्राचीनता एवं मूर्ति के अतिशय से दि. 18.10.1981 को भूमि का पट्टा ग्राम पंचायत द्वारा जारी होने पर एवं अतिरिक्त भूमि अर्द्ध मूल्य में क्रय करने पर मन्दिर निर्माण हुआ । वार्षिकोत्सव प्रतिमा प्रकट होने की तिथि से मनाया जाने लगा है। दिनांक 20.4.1983 को मंदिर की आधारशिला ब्रह्मचारी बाबा सूरजमल के निर्देशन में रखी गई। भव्य प्रतिष्ठा 22.2.1985 को परम पूज्य आचार्य (तत्कालीन बालाचार्य) 108 श्री योगीन्द्रसागरजी महाराज के सान्निध्य में सम्पन्न हुई। वार्षिक मेला : प्रतिवर्ष आसोज कृष्णा 6 को भरता है। जिसमें भगवान की रथयात्रा, कलशयात्रा, कलशाभिषेक आदि कार्यक्रम भक्तिभाव से होते हैं। |
समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र | —– |