नाम एवं पता | श्री दिगम्बर जैन श्रावस्ती तीर्थक्षेत्र, श्रावस्ती ग्राम-श्रावस्ती, तह.- इकौना, जिला-श्रावस्ती (उत्तरप्रदेश) पिन – 271845 |
टेलीफोन | 05252-265295, 078974 69873, 094509 96348 |
क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ | आवास : कमरे ( अटैच बाथरूम) – 20, कमरे (बिना बाथरूम) – 23,हाल 1 (यात्री क्षमता 50 ) ., गेस्ट हाऊस शासकीय, यात्री ठहराने की कुल क्षमता 500.
भोजनशाला : है, अनुरोध पर सशुल्क, विद्यालय : नहीं, औषधालय : है, पुस्तकालय : है |
आवागमन के साधन | रेल्वे स्टेशन : गोण्डा – 65 कि.मी., बलरामपुर 17 कि.मी.
बस स्टेण्ड पहुँचने का सरलतम मार्ग : श्रावस्ती 1 फर्लांग बहराइच होकर ज्यादा अच्छा है। |
निकटतम प्रमुख नगर | बलरामपुर 16 कि.मी., बहराइच – 45 कि.मी. |
प्रबन्ध व्यवस्था | संस्था : श्री दिगम्बर जैन श्रावस्ती तीर्थक्षेत्र कमेटी, श्रावस्ती
अध्यक्ष : श्री हंसराजजी जैन (0522-2789554, 09415028126) मंत्री : श्री रूपेश जैन, बहराइच ( 09415192182) प्रबन्धक : श्री अजितप्रसादजी जैन (05252-265295) |
क्षेत्र का महत्व | क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 02
क्षेत्र पर पहाड़ : नहीं ऐतिहासिकता : यह क्षेत्र तीसरे तीर्थंकर भगवान संभवनाथजी के गर्भ, जन्म, तप व केवलज्ञान कल्याणक स्थली तो है ही, यहीं पर इन्द्रों द्वारा संभवनाथ भगवान का प्रथम समवसरण भी रचा गया था। भगवान महावीर का भी समवसरण आया । श्रावस्ती जैन व बौद्ध दोनों का प्राचीन तीर्थस्थल है। यहां से दो मुनिराज श्री मृगध्वज एवं नागध्वज मोक्ष पधारे हैं अतः यह क्षेत्र सिद्ध क्षेत्र भी है। समवशरण की भव्य रचना निर्माणाधीन है। वार्षिक मेला : कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान पर भगवान संभवनाथ के जन्मदिवस का विशेष आयोजन मेले के रूप में किया जाता है। इस अवसर पर रथ यात्रा होती है। चैत्र शुक्ल षष्ठी को श्री जी का निर्वाणोत्सव धूम धाम से मनाया जाता है। सर्वतोभद्र प्रतिमा के महामस्तकाभिषेक का पंचवर्षीय आयोजन होता है। |
समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र | अयोध्या – 125 कि.मी., रतनपुरी – 145 कि.मी., त्रिलोकपुर – 130 कि.मी. |