थोस्सामिस्तव में चौबीस तीर्थंकरों की वंदना की गई है।
जन्मभूमि—अयोध्या।
पिता—महाराज नाभिराय।
माता—महारानी मरुदेवी।
गर्भ—आषाढ़ कृ. षष्ठी।
जन्म एवं तपकल्याणक—चैत्र कृ. नवमी।
केवलज्ञान—फाल्गुन कृ. एकादशी
मोक्ष—माघ कृ. चतुर्दशी।
जन्मभूमि—अयोध्या।
पिता—महाराजा जितशत्रु।
माता—महारानी विजया।
गर्भ—ज्येष्ठ कृ. अमावस
जन्म—माघ शु. दशमी।
तप—माघ शु. नवमी।
केवलज्ञान—पौष शु. एकादशी।
मोक्ष—चैत्र शु. पंचमी।
जन्मभूमि—श्रावस्ती।
पिता—महाराजा दृढ़राज।
माता—महारानी सुषेणा।
गर्भ–फाल्गुन शु. अष्टमी
जन्म— कार्तिक शु. पूर्णिमा।
तप—मगसिर शु. पूर्णिमा। कार्तिक
केवलज्ञान— कार्तिक कृ. चतुर्थी।
मोक्ष—चैत्र शु. षष्ठी।
जन्मभूमि—अयोध्या।
पिता—महाराजा स्वयंवरराज।
माता—महारानी सिद्धार्था।
जन्म एवं तप— माघ शु. द्वादशी।
केवलज्ञान—पौष शु. चतुर्दशी।
मोक्ष—वैशाख शु. षष्ठी।
जन्मभूमि—अयोध्या।
पिता—महाराजा मेघरथ।
माता—महारानी सुमंगलादेवी।
गर्भ–श्रावण शु. दूज।
जन्म—चैत्र शु. एकादशी।
तप—वैशाख शु. नवमी।
केवलज्ञान एवं मोक्ष—चैत्र शु. एकादशी।
जन्मभूमि—कौशाम्बी।
पिता—महाराजा धरणराज।
माता—महारानी सुसीमा।
गर्भ—माघ कृ. षष्ठी।
जन्म एवं तप—कार्तिक कृ. त्रयोदशी।
केवलज्ञान—चैत्र शु. पूर्णिमा।
मोक्ष—फाल्गुन कृ. चतुर्थी।
जन्मभूमि—बनारस।
पिता—महाराजा सुप्रतिष्ठ।
माता—महारानी पृथ्वीषेणा।
गर्भ—भाद्रपद शु.षष्ठी।
जन्म एवं तप—ज्येष्ठ शु. द्वादशी।
केवलज्ञान—फाल्गुन कृ. षष्ठी।
मोक्ष—फाल्गुन कृ. सप्तमी।
जन्मभूमि—चन्द्रपुरी।
पिता—महाराज महासेन।
माता—महारानी लक्ष्मणा।
गर्भ—चैत्र कृ. पंचमी।
जन्म एवं तप—पौष कृ. एकादशी।
केवलज्ञान—फाल्गुन कृ. सप्तमी।
मोक्ष—फाल्गुन शु. पंचमी।
जन्मभूमि—काकन्दी।
पिता—महाराज सुग्रीव।
माता—महारानी जयरामा।
गर्भ—फाल्गुन कृ. नवमी।
जन्म एवं तप—मगसिर शु. एकम्।
केवलज्ञान—कार्तिक शु. दूज।
मोक्ष—भाद्रपद शु. अष्टमी।
जन्मभूमि—भद्रपुरी।
पिता—महाराज दृढ़रथ।
माता—महारानी सुनन्दा।
गर्भ—चैत्र कृ. अष्टमी।
जन्म एवं तप—माघ कृ. द्वादशी।
केवलज्ञान—पौष कृ. चतुर्दशी।
मोक्ष—आश्विन शु. अष्टमी।
जन्मभूमि—सिंहपुरी।
पिता—महाराजा विष्णुमित्र।
माता—महारानी नन्दा।
गर्भ—ज्येष्ठ कृ. षष्ठी।
जन्म एवं तप—फाल्गुन कृ. एकादशी।
केवलज्ञान—माघ कृ. अमावस।
मोक्ष—श्रावण शु. पूर्णिमा।
जन्मभूमि—चम्पापुर।
पिता—महाराज वसुपूज्य।
माता—महारानी जयावती।
गर्भ—आषाढ़ कृ. षष्ठी।
जन्म एवं तप—फाल्गुन कृ. चतुर्दशी।
केवलज्ञान—माघ शु. दूज।
मोक्ष—भाद्रपद शु. चतुर्दशी।
जन्मभूमि—कांपिल्यपुरी।
पिता—महाराजा कृतवर्मा।
माता—महारानी जयश्यामा।
गर्भ—ज्येष्ठ कृ. दशमी।
जन्म एवं तप—माघ शु. चतुर्थी।
केवलज्ञान—माघ शु. षष्ठी।
मोक्ष—आषाढ़ कृ. अष्टमी।
जन्मभूमि—अयोध्या।
पिता—महाराजा सिंहसेन।
माता—महारानी जयश्यामा।
गर्भ—कार्तिक कृ. एकम्।
जन्म एवं तप—ज्येष्ठ कृ. द्वादशी।
केवलाान एवं मोक्ष—चैत्र कृ. अमावस।
जन्मभूमि—रत्नपुरी।
पिता—महाराजा भानुराज।
माता—महारानी सुप्रभा।
गर्भ—वैशाख शु. त्रयोदशी।
जन्म एवं तप—माघ शु. त्रयोदशी।
केवलज्ञान—पौष शु. पूर्णिमा।
मोक्ष—ज्येष्ठ शु. चतुर्थी।
जन्मभूमि—हस्तिनापुर।
पिता—महाराजा विश्वसेन।
माता—महारानी ऐरादेवी।
गर्भ—भाद्रपद कृ. सप्तमी।
जन्म एवं तप—ज्येष्ठ कृ. चतुर्दशी।
केवलज्ञान—पौष शु. दशमी।
मोक्ष—ज्येष्ठ कृ. चतुर्दशी।
जन्मभूमि—हस्तिनापुर।
पिता—महाराज सूरसेन।
माता—महारानी श्रीकांता।
गर्भ—श्रावण कृ. दशमी।
जन्म एवं तप—वैशाख शु. एकम्।
केवलज्ञान—चैत्र शु. तृतीया।
मोक्ष—वैशाख शु. एकम्।
जन्मभूमि—हस्तिनापुर।
पिता—महाराजा सुदर्शन।
माता—महारानी मित्रसेना।
गर्भ—फाल्गुन कृ. तृतीया।
जन्म—मगसिर शु. चतुर्दशी।
तप—मगसिर शु. दशमी।
केवलज्ञान—कार्तिक शु. द्वादशी।
मोक्ष—चैत्र कृ. अमावस।
जन्मभूमि—मिथिलानगरी।
पिता—महाराजा कुंभराज।
माता—महारानी प्रज्ञावती।
गर्भ—चैत्र शु. एकम्।
जन्म एवं तप—मगसिर शु. एकादशी।
केवलज्ञान—पौष कृ. दूज।
मोक्ष—फाल्गुन शु. पंचमी।
जन्मभूमि—राजगृही।
पिता—महाराजा सुमित्र।
माता—महारानी सोमा।
गर्भ—श्रावक कृ. दूज।
जन्म—वैशाख कृ. द्वादशी।
तप—वैशाख कृ. दशमी।
केवलज्ञान—वैशाख कृ. नवमी।
मोक्ष—फाल्गुन कृ. द्वादशी।
जन्मभूमि—मिथिलानगरी।
पिता—महाराजा विजय।
माता—महारानी वप्पिला (र्विमला)
गर्भ—आश्विन कृ. दूज।
जन्म एवं तप—आषाढ़ कृ. दशमी।
केवलज्ञान—मगसिर शु. एकादशी।
मोक्ष—वैशाख कृ. चतुर्दशी।
जन्मभूमि—शौरीपुर।
पिता—महाराजा समुद्रविजय।
माता—महारानी शिवादेवी।
गर्भ—कार्तिक शु. षष्ठी।
जन्म एवं तप—श्रावण शु. षष्ठी।
केवलज्ञान—आश्विन शु. एकम्।
मोक्ष—आषाढ़ शु. सप्तमी।
जन्मभूमि—वनारस।
पिता—महाराजा अश्वसेन।
माता—महारानी ब्राह्मी (वामा देवी)
गर्भ—वैशाख कृ. दूज।
जन्म एवं तप—पौष कृ. एकादशी।
केवलज्ञान—चैत्र कृ. चतुर्दशी (चतुर्थी)।
मोक्ष—श्रावण शु. सप्तमी।
जन्मभूमि—कुण्डलपुर।
पिता—महाराजा सिद्धार्थ।
माता—महारानी प्रियकारिणी (त्रिशला)
गर्भ—आषाढ़ शु. षष्ठी।
जन्म—चैत्र त्रयोदशी।
तप—मगसिर कृ दशमी
केवलज्ञान—वैशाख शु. दशमी।
मोक्ष—कार्तिक कृ. अमावस।
भावार्थ—ये चौबीस तीर्थंकरों का जीवनदर्शन उत्तरपुराण ग्रंथ के आधार से हैं।